सत्यनिष्ठ राजा हरिश्चंद्र !
महाराज त्रिशंकु के पश्चात हरिश्चंद्र अयोध्या के राजा बने । महाराज हरिश्चंद्र सत्यवादी थे । उन्होंने अपने जीवन में कभी झूठ नहीं बोला था । वह बहुत बडे धर्मात्मा भी थे । वह अपना वचन पूरा करने के लिए कुछ भी कर सकते थे । सत्यवादी और धर्मात्मा राजा हरिश्चंद्र की कीर्ति चारों ओर फैली हुई थी । इंद्रदेव ने महर्षि विश्वामित्र को हरिश्चंद्र की परीक्षा लेने के लिए कहा । Read more »