बच्चो, मनका कार्य समझ लें !
मनके दो भाग होते हैं । पहला भाग, जिसे हम ‘मन’ कहते हैं, वह ‘बाह्यमन’ है । दूसरा अप्रकट भाग ‘चित्त (अंतर्मन)’ है । मनकी रचना एवं कार्यमें बाह्यमनका भाग केवल १० प्रतिशत तथापि अंतर्मनका ९० प्रतिशत है । Read more »
स्वभाव के गुण-दोषों का व्यक्तित्व पर क्या परिणाम होता है ?
व्यक्ति का आचरण एवं उसके बोलने के ढंग से उसका स्वभाव निर्धारित होता है । बालक के स्वभाव के गुणों के कारण वह सबको लिगता है तथा उसके स्वभावदोषों के कारण सब उससे दूर रहने का करते हैं । गुणों के कारण बालक रहता है तथा दोषों के कारण बालक दुःखी होता है। Read more »
सङ्कष्टनाशक-गणेशस्तोत्र
संकटनाशन गणेश स्तोत्रम् का प्रति दिन पाठ करने से समस्त प्रकार के संकटोका नाश होता है, श्री गणेशजी कि कृपा एवं सुख समृद्धि ही प्राप्त होती है। Read more »