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हिन्दू राष्ट्र में क्षमता के अनुसार नौकरियां देने से प्रशासन सक्षम रहेगा

‘हिन्दू राष्ट्र’ में जाति, धर्म इत्यादि के अनुसार आरक्षण नहीं रहेगा, अपितु क्षमता के अनुसार ही नौकरियां देने से प्रशासन सक्षम रहेगा । इसलिए जनता…

बुद्धिप्रामाण्यवादी आैर साधक

बुद्धिप्रामाण्यवादी अर्थात प्राणियों समान स्वेच्छा से आचरण करनेवाले तथा साधक अर्थात परेच्छा एवं ईश्‍वरेच्छा से आचरण करनेवाले !

जिस प्रकार कुछ लोग अंधों का अनुकरण करते हैं, उसी…

जिस प्रकार कुछ लोग अंधों का अनुकरण करते हैं, उसी प्रकार कुछ हिन्दू बुद्धिप्रामाण्यावादियों का अनुकरण करते हैं; इसलिए अंधे के खाई में गिरने पर…

‘किसी जाति का अथवा पंथ का कार्य करनेवालों का, अर्थात्…

‘किसी जाति का अथवा पंथ का कार्य करनेवालों का, अर्थात् जात्यंधों तथा पंथांधों का कार्य तात्कालिक स्वरूप में रहता है । मानवजाति हेतु धर्म द्वारा…

‘पाश्चात्त्य संस्कृति स्वेच्छा को प्रोत्साहन देनेवाली व्यक्तिस्वतंत्रता का पुरस्कार करती…

‘पाश्चात्त्य संस्कृति स्वेच्छा को प्रोत्साहन देनेवाली व्यक्तिस्वतंत्रता का पुरस्कार करती है तथा दुःख को निमंत्रण देती है, तो हिन्दू संस्कृति ‘स्वेच्छा नष्ट कर सत्-चित्-आनंदावस्था की…

‘कहां अल्प भौतिक सुख के लिए ईसाई धर्मपरिवर्तन करनेवाले हिन्दू,…

‘कहां अल्प भौतिक सुख के लिए ईसाई धर्मपरिवर्तन करनेवाले हिन्दू, तो कहां धर्म हेतु प्राण अर्पण कर इतिहास में अजरामर होनेवाले छत्रपति शिवाजी महाराज !’

यदि हिन्दुओं को धर्म सिखाया, तभी अन्यधर्मियों समान उनके मत एकगुट होंगे !

‘मुसलमान एवं ईसाई उनका हित देखनेवालों को मतप्रदान करते हैं, जब कि बुद्धिप्रामाण्यवाद, समाजवाद, साम्यवाद इत्यादि विविध मानसिकता के अनुसार मत देते हैं । इसलिए…

घरवापसी का अर्थ है अन्य धर्म स्वीकारनेवालों को पुनः हिन्दू धर्म में लाने के संदर्भ में वस्तुस्थिति !

१. ‘धर्मांतरण चुपचाप करते हैं, जबकि घरवापसी का कार्यक्रम उजागरी से होता है । २. एक समय में अनेक लोगों का धर्मपरिवर्तन किया जाता है,…