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सूक्ष्म की अनिष्ट शक्तियों को नष्ट करने हेतु साधना आवश्यक !

मनुष्य कितना भी बलवान है, उसके पास शस्त्र हो, फिर भी उसे कीटाणूनाशक औषधियों का सेवन करना पडता है; क्योंकि कीटाणू सूक्ष्म होते हैं ।…

अध्यात्म आैर विज्ञान में अंतर

विज्ञान में, जानकारी एकत्र कर प्रश्‍न का उत्तर ढूंढना पडता है । इसके विपरीत अध्यात्म में, जानकारी एकत्र किए बिना ही प्रत्येक प्रश्‍न का उत्तर…

संत सदैव आनंदी होते हैं !

अपने बच्चे का आगे क्या होगा ?, ऐसी चिंता उसके मां-बाप को होती है । इसके विपरीत राष्ट्र के सभी अपने बच्चे ही हैं, ऐसे…

स्वभावदोष एवं अहं निर्मूलन काे कलियुग में प्राधान्य रहेगा !

स्वभावदोष एवं अहं का निर्मूलन करने पर किसी भी साधनामार्ग से साधना कर शीघ्र उन्नति करना संभव होता है । पूर्व के युग में स्वभावदोष…

‘विज्ञान केवल स्थूल पंचज्ञानेंद्रियों के संदर्भ में ही संशोधन करता…

‘विज्ञान केवल स्थूल पंचज्ञानेंद्रियों के संदर्भ में ही संशोधन करता है, किंतु अध्यात्म केवल स्थूल एवं सूक्ष्म ही नहीं, अपितु सूक्ष्मतर एवं सूक्ष्मतम का भी…

अध्यात्म में आयु का नहीं, अपितु आध्यात्मिक स्तर का महत्त्व होता है !

‘व्यावहारिक जीवन में हमसे अधिक आयु के व्यक्ति को हम नमस्कार करते हैं । इसके विपरीत अध्यात्म में आयु का नहीं, अपितु आध्यात्मिक स्तर का…

अध्यात्म में आयु का नहीं, अपितु आध्यात्मिक स्तर का महत्त्व…

अध्यात्म में आयु का नहीं, अपितु आध्यात्मिक स्तर का महत्त्व होता है ! : ‘व्यावहारिक जीवन में हमसे अधिक आयु के व्यक्ति को हम नमस्कार…