इस वर्ष मनाएं
हलाल-मुक्त गणेशोत्सव
भारत में इस्लाम पर आधारित ‘हलाल अर्थव्यवस्था’ बनाने का षड्यंत्र चल रहा हैं। ‘एफडीए’ जैसी सरकारी संस्था से प्रमाणपत्र लेने के बाद भी इस्लामिक संगठन हजारों रुपये में हलाल प्रमाणपत्र दे रहे हैं। ‘हलाल’ की मूल अवधारणा जो मांस तक सीमित थी वह शाकाहारी भोजन, तेल, चॉकलेट, चिप्स, रेस्तरां आदि तक पहुंच गई है। तो, क्या आप आने वाले गणेशोत्सव में हलाल प्रमाणित उत्पादों के साथ भगवान गणेश के लिए प्रसाद और अतिथियों के लिए भोजन बनाने जा रहे हैं ? जब ‘हलाल’ का अधिकार केवल मुसलमानों तक ही सीमित है, तो इसे हिंदू, जैन, सिख जैसे गैर-मुस्लिम समुदायों पर क्यों थोपा जाता है? भारत में हिंदुओं को खाने या खरीदारी करने की संवैधानिक स्वतंत्रता क्यों नहीं है? तो, आइए इस समानांतर अर्थव्यवस्था को रोकने के लिए इस वर्ष के गणेशोत्सव को ‘हलाल-मुक्त गणेशोत्सव’ के रूप में मनाने का संकल्प लें!
मै प्रतिज्ञा करता हूं…
‘हलाल’ प्रमाणित मिठाइयां, खाद्य पदार्थ, उपहार, सौंदर्य उत्पाद आदि नहीं खरीदूंगा
अन्य हिंदू भाइयों को ‘हलाल’ के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक और सक्रिय बनाएगा
इस गणेशोत्सव में मैं अपना पैसा ‘हलाल’ के लिए नहीं अपितु हिंदू हित के लिए ही खर्च करूंगा
आप क्या कर सकते हैं?
सरकार को इ-मेल भेजें
धर्म आधारित हलाल प्रमाणीकरण पर प्रतिबंध लगाने के लिए केंद्र सरकार तक अपनी आवाज उठाएं
डीपी लगाएं
सोशल मीडिया पर डीपी पोस्ट कर ‘हलाल प्रमाणीकरण’ के संकट के बारे में जागृति निर्माण करें
पोस्टर्स लगाए
अपने क्षेत्र में पोस्टर लगाकर ‘हलाल प्रमाणीकरण’ के संकट के विषय में जागृति करें