दिवाली के अवसर पर किला बनाने की परंपरा काफी प्राचीन है। जैसे-जैसे दिवाली पास आ रही है उत्साह दिखाई दे रहा है। खासकर इसे छोटे बच्चे बनाते है ।
किला बनाना अर्थात क्या ?
किला बनाना अर्थात स्वयं के मन और बुध्दीपर ईश्वर के शक्ति का तेज निर्माण होना । इसलिए किला बनाना इस माध्यम से हम ईश्वर का तेज प्राप्त कर सकते हैं ।
छोटे बच्चे ही किला क्यों बनाते हैं ?
छोटे बच्चो में निर्मलता रहती हैं । छोटे बच्चे ही ‘ईश्वर का रूप होते हैं,’ ऐसे कहा जाता हैं; क्योंकी छोटे बच्चों के मनपर अधिक संस्कार नहीं होते । छोटे बच्चों में निर्मलता होती हैं । ११ वर्षतक के बच्चे निरागस/निष्पाप होते हैं । इसके उपरांत मात्र बच्चा बुध्दी से कुछ कृती करने लगता हैं । बच्चो में ईश्वर से आनेवाली उर्जा ग्रहण करने की क्षमता होती हैं ।
किला घर के बाहर क्यों बनाते हैं ?
घर यह समृध्दी दर्शकता का प्रतिक होता हैं । घर के सामने किले की निर्मीती करने से घर का रक्षण होने के लिए, अर्थात घर में जो धनसमृध्दी हैं, वह टिकाने के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज जैसे क्षात्रतेज का प्रतिनिधित्व करनेवाले किलों का नेतृत्व करनेवाले धर्माचरणी राजा से अभेदता निर्माण होती हैं ।