१. महाराष्ट्र में श्री गणपति के साढे-तीन पीठ
नाम |
स्थान |
जनपद |
१. मोरेश्वर अथवा मयूरेश्वर |
मोरगांव |
पुणे |
२. मंगलमूर्ति |
चिंचवड |
पुणे |
३. महागणपति |
राजूर |
जालना |
४. प्रवाळगणेश (अर्धपीठ) |
पद्मालय |
जलगांव |
२. महाराष्ट्र के अष्टविनायक
अष्टविनायक महाराष्ट्र के प्रसिद्ध तीर्थस्थल हैं । अष्टसिद्धि गणपति की पत्नियां हैं । अष्टविनायक एक-एक सिद्धि के निर्देशक के रूप में प्रसिद्ध हुए होंगे । अष्टविनायकों का संबंध अष्टदिशाओं से भी होता है ।
नाम |
स्थान |
जनपद |
१. मोरेश्वर अथवा मयूरेश्वर |
मोरगांव |
पुणे |
२. बल्लाळेश्वर |
पाली |
रायगड |
३. वरदविनायक |
महड |
रायगड |
४. चिंतामणि |
थेऊर |
पुणे |
५. गिरिजात्मज |
लेण्याद्री |
पुणे |
६. विघ्नेश्वर |
ओझर |
पुणे |
७. श्री गणपति (महागणपति) |
रांजणगांव |
पुणे |
८. गजमुख |
सिद्धटेक |
अहमदनगर |
३. पुराणों में वर्णित श्री गणपति के इक्कीस स्थान
नाम |
स्थान |
जनपद/राज्य |
१. मोरेश्वर अथवा मयूरेश्वर |
मोरगांव |
पुणे |
२. चिंतामणि |
थेऊर |
पुणे |
३. गणपति |
रांजणगांव |
पुणे |
४. गिरिजात्मज |
लेण्याद्री |
पुणे |
५. बल्लाळेश्वर |
पाली |
रायगड |
६. गजमुख |
सिध्दटेक |
अहमदनगर |
७. चिंतामणि |
कळंब |
यवतमाल |
८. शर्माविघ्नेश |
आदासा |
नागपुर |
९. विज्ञानगणेश |
राक्षसभुवन |
जालना |
१०. महागणपति |
राजूर |
जालना |
११. भालचंद्र |
गंगामसले |
परभणी |
१२. लक्षविनायक |
वेरूळ |
संभाजीनगर (औरंगाबाद) |
१३. प्रवाळगणेश |
पद्मालय |
जलगांव |
१४. ढुंडीविनायक |
काशी |
वाराणसी (उत्तरप्रदेश) |
१५. ओंकार |
प्रयाग |
इलाहाबाद |
१६. भृशुंडीगणेश |
नामलगांव |
बीड |
१७. विघ्नराज |
विजयपुर |
आंध्रप्रदेश |
१८. विनायक |
कश्यपाश्रम (काशी के निकट) |
वाराणसी (उत्तरप्रदेश) |
१९. मंगलमूर्ति |
गणेशपुर |
बंगाल |
२०. श्वेतविघ्नेश्वर |
कुंभकोणम् के निकट |
तमिलनाडु |
२१. मंगलमूर्ति |
सांवेर (उज्जैन के निकट) |
मध्यप्रदेश |
४. भारत के प्रसिद्ध बारह गणपति
नाम |
स्थान |
१. ‘वक्रतुंड |
चेन्नई |
२. एकदंत |
बंगाल |
३. कृष्णपिंगाक्ष |
चेन्नई |
४. गजवक्त्र |
उडीसा |
५. लंबोदर |
गणपतिपुळे, महाराष्ट्र |
६. विकट |
हिमाचल प्रदेश |
७. विघ्नराजेंद्र |
कुरुक्षेत्र के निकट (हरियाणा) |
८. धूम्रवर्ण |
केरल |
९. भालचंद्र |
रामेश्वर के निकट |
१०. विनायक |
काशी (वाराणसी) |
११. महागणपति |
गोकर्ण-महाबलेश्वर (कर्नाटक) |
१२. श्री गजानन |
हिमालय पर्वत’ |
संदर्भ : सनातन का ग्रंथ, ‘श्री गणपति’