किसी देवतासंबंधी अध्यात्मशास्त्रीय जानकारी प्राप्त होना, उनके प्रति हमारी श्रद्धाको बढानेमें सहायक होता है । स्वाभाविक ही ‘श्रद्धा’ भावपूर्ण उपासना हेतु सहायक है । भावपूर्ण उपासना अधिक फलदायी होती है । इस दृष्टिसे शिवजी के रूप, शिवजी का कार्य, शिवपूजनके पूर्व पूजक स्वयंको भस्म कैसे लगाए, शिवके सामने कौनसी रंगोली बनाए, शिवको कौनसे फूल कितनी संख्यामें चढाएं, उसे किस सुगंधकी अगरबत्ती दिखाएं आदिकी शिवसंबंधी अध्यात्मशास्त्रीय जानकारी दी है ।