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आहार

सात्त्विक आहार का (खाद्य पदार्थ का) सेवन करने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है तथा असात्त्विक आहार का सेवन करने से स्वास्थ्य की हानि होती है । पुरानी पीढी के ८०-९० वर्ष के लोग आज भी स्वस्थ हैं । इनमें अधिकतर लोगों की आंखें, दांत और अन्य अवयव जीवन के अंततक स्वस्थ रहते हैं । आहार से संबंधित धर्मशास्त्र द्वारा बताए नियमों का पालन न करने से जो हानि होती है, उससे भी अधिक हानि आधुनिक आहारपद्धति को अपनाने से हो रही है । सात्त्विक भारतीय पदार्थों का सेवन मानसिक स्वास्थ्य को उत्तम बनाए रखने में भी सहायक होता है ।

गाय का दूध एवं उससे बने घी का महत्त्व

गाय को हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है; क्योंकि उसके दूध से घी समान सात्त्विक घटक की निर्मिति संभव है । इस लेख में हम इस गाय का दूध एवं उससे बने घी संदर्भ में जानकारी प्राप्त करेंगे ।

जनिए हिन्दू धर्म में क्यों निषिद्ध है मांसाहार !

मांसाहार का सेवन करना हिंदू संस्कृति में वर्जित है क्योंकि यह मनुष्य का नहीं राक्षसी भोजन है। जो तरह-तरह के अमृत पूर्ण शाकाहारी उत्तम पदार्थों को छोड़ घृणित मांस आदि पदार्थों को खाते हैं ऐसे मनुष्य राक्षस के समान होते हैं।