स्वामी वरदानंद भारतीका पूर्वाश्रमका नाम था, श्री. अनंत दामोदर आठवले । वर्ष १९९१ में उन्होंने संन्यासाश्रमका स्वीकार कर स्वामी वरदानंद भारती नाम धारण किया । स्वामीजीने राष्ट्र, धर्म, अध्यात्म एवं बुद्धिप्रामाण्यवाद आदि विषयोंपर भरपूर लेखन किया है ।
स्वामी वरदानंद भारतीका पूर्वाश्रमका नाम था, श्री. अनंत दामोदर आठवले । वर्ष १९९१ में उन्होंने संन्यासाश्रमका स्वीकार कर स्वामी वरदानंद भारती नाम धारण किया । स्वामीजीने राष्ट्र, धर्म, अध्यात्म एवं बुद्धिप्रामाण्यवाद आदि विषयोंपर भरपूर लेखन किया है ।