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स्वतंत्रता संग्रामके सेनानी

जब हम भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के बारे में सोचते हैं, तो मन में देश को ब्रिटिशों के गुलामी से मुक्त कराने के लिए किया संघर्ष हमारे सामने आता है। वास्तव में, संघर्ष बहुत पहले शुरू हुआ जब लुटेरों ने इस पवित्र भूमि में कदम रखा। यह ऑनलाइन प्रदर्शनी उन सभीं महान राजाओं, क्रांतिकारियों और राजनेताओं को श्रद्धांजलि है जिन्होंने इस भूमि को मुक्त करने के लिए संघर्ष किया । यह युवाओं में देशभक्ति की भावना जगाने का प्रयास है !

स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों का स्मरण करानेवाली ‘ऑनलाइन’ प्रदर्शनी

हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा पिछले 15 वर्षों से अधिक समय से आयोजित ‘लाइव’ प्रदर्शनी !

भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के सेनानीयों की इन प्रेरणादायक कहानियों को लाखों लोगों तक इस प्रदर्शनी द्वारा पहुंचने के लिए हमें स्थान उपलब्ध कराने में सहयोग करें । हिन्दू जनजागृति समिति इसके पोस्टर्स (फ्लेक्स) की निःशुल्क आपूर्ति करेगा। इस धर्मकार्य में सहभागी होने के लिए इच्छुक धर्मप्रेमी हमसे संपर्क करें – [email protected]

स्वतंत्रता के लिए प्रेरित करनेवाला महामंत्र ‘वन्दे मातरम्’ !

स्वतंत्रता प्राप्त करने से पूर्व भारतीयों ने अंग्रेजों की कुटिल राजनीति का सामना ‘वन्दे मातरम्’, की सामूहिक शंखध्वनि से किया । ‘वन्दे मातरम’, मंत्र बंगाल की सीमा लांघकर पूरे देश में फैल गया । लोगों को स्फूर्ति एवं ऊर्जा प्राप्त हुई । ‘इस गीत से एक दिन संपूर्ण बंगाल धधक उठेगा’, बंकिमचंद्र की यह भविष्यवाणी उनकी मृत्यु के ग्यारह वर्ष पश्चात  सत्य हुई । केवल बंगाल ही नहीं, पूरा देश धधक उठा ! स्वराज्य हेतु सहस्रों द्वारा लगाई आवाज तथा विदेशी सरकार के विरोध में क्रोध, अर्थात ‘वंदे मातरम्’, समीकरण हो गया । सारे क्रांतिकारी, आंदोलनकर्ता, उपोषणकर्ता आदि द्वारा उच्चारे गए इस महामंत्र से ब्रिटिशों के ह्रदय डर से कांप उठते उठते थे । इस महामंत्र को किसी रणघोषणा जैसा महत्त्व प्राप्त हुआ था ।

 

( १५ अगस्त ) आजादी के अमृत महोत्सव के निमित्त…

‘ऑनलाइन प्रश्नमालिका’ (Quiz)

राष्ट्रपुरुष एवं क्रांतिकारियों संबंधी 25 प्रश्नों के उत्तर देकर अपना ज्ञान बढाएं !

देश के लिए बलिदान देनेवाले क्रांतिकारियों का आदर्श रख स्वयं में राष्ट्रप्रेम निर्माण करें !

स्वतंत्रता संग्रामके सेनानी

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