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डॉ. दाभोलकर हत्या प्रकरण में न्यायालय से निर्दोष छूटे विक्रम भावे एवं धर्मप्रेमी अधिवक्ताओं का वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में सम्मान !

डॉ. नरेंद्र दाभोलकर हत्या प्रकरण में न्यायालय से निर्दोष छूटे सनातन के साधक श्री विक्रम भावे के साथ ही ‘हिन्दुत्व के कार्य’ की सेवा के रूप में यह अभियोग निःशुल्क लडनेवाले अधिवक्ता प्रकाश सालसिंगीकर, अधिवक्ता घनश्याम उपाध्याय, अधिवक्ता श्रीमती मृणाल व्यवहारे-साखरे एवं अधिवक्ता श्रीमती स्मिता देसाई का भाजपा के प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ विधायक टी. राजा सिंह के करकमलों द्वारा वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में सम्मान किया गया । Read more »

वैश्‍विक हिन्‍दू राष्‍ट्र महोत्‍सवाचा छठा दिन (२९ जून) : न्‍याय एवं संविधान

गुरु गोविंदसिंह ने अपने पुत्रों सहित बलिदान दिया । छत्रपति शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप, वीर सावरकर सहित अनेक क्रांतिकारियों ने राष्ट्र और धर्म के लिए त्याग किया । देश के लिए बलिदान देनेवालों का सदैव स्मरण करेंगे । हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए भी हर तरीके से प्रयत्न करना होगा । हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए त्याग करने के लिए तैयार हों। Read more »

वैश्‍विक हिन्दू राष्‍ट्र अधिवेशन का छठा दिन (२९ जून) : अधिवक्‍ताओं का न्यायालयीन कार्य एवं संघर्ष

जनहित याचिका के  माध्‍यम से हम समाज एवं धर्म की रक्षा का बहुत बडा कार्य कैसे सफल हो रहा है इसका अनुभव । मुंबई से जुड़े भयंदर क्षेत्र में उत्तन डोंगरी में सरकारी भूमि पर अतिक्रमण करके बालेशाह पीर दरगाह के निर्माण संदर्भ में न्यायालयीन लढा। स्‍त्रीवादियों द्वारा कानून का अनुचित लाभ उठाकर हिन्दू समाज विभाजित करने के प्रयासों के विषय में जागृति। Read more »

वैश्‍विक हिन्दू राष्‍ट्र महोत्‍सव का छठा दिन (२९ जून) : हिन्दू राष्‍ट्रनिर्मिति में अधिवक्ताओं का योगदान

आज विरोधकों ने वैचारिक युद्ध आरंभ किया है । उसे जीतने के लिए वैचारिक योद्धाओं की आवश्यकता है । ये वैचारिक योद्धा भारतीय कानून संबंधी जानकारी और संविधान के अंतर्गत व्यवस्थाओं का उचित अर्थ बताकर हिन्दुओं का पक्ष कानूनीदृष्टि से सक्षम बनानेवाले होंगे । धर्मसंस्‍थापना के इस कार्य में योगदान देने के लिए हिन्दू अधिवक्‍ताओं को ‘साधक अधिवक्‍ता’ बनना चाहिए । Read more »

शुद्ध प्रसाद मिलने के लिए संपूर्ण देश के मंदिर परिसर के हिन्दू दुकानदार ‘ओम प्रमाणपत्र’ लें ! – टी. राजासिंह, विधायक, तेलंगाना

आज अनेक तीर्थस्थलों पर अहिन्दू दुकानदारों की प्रसाद की तथा पूजासामग्री की दुकानें होती हैं । उनके यहां मिलनेवाला प्रसाद तथा पूजासामग्री शुद्ध एवं पवित्र होगी, ऐसा कहा नहीं जा सकता । बाहर से आए श्रद्धालुओं को शुद्ध प्रसाद कहां मिलता है, इसकी जानकारी नहीं होती । इसलिए वर्तमान समय में केवल हिन्दू दुकानदारों को प्रसादशुद्धि हेतु ‘ओम प्रमाणपत्र’ का वितरण आरंभ हुआ है । संपूर्ण देश में मंदिर परिसर के हिन्दू दुकानदार ‘ओम प्रमाणपत्र’ अवश्य लें, यह मेरा अनुरोध है। Read more »

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव का पांचवां दिन (२८ जून) : मंदिर संस्कृति की रक्षा के प्रयत्न

मंदिरों का सुव्यवस्थापन करने के लिए प्रामाणिक प्रयत्न किया गया, तो अन्य स्वयंसेवी संस्थाएं और समाज हमारा साथ देते हैं । इसी प्रकार, यदि इन समितियों ने व्यवस्था में छोटे-मोटे परिवर्तन किए, तो देश की ‘जीडीपी’ बढ़ाने में मंदिरों का योगदान बहुत बड़ा रह सकता है । Read more »

वैश्‍विक हिन्‍दू राष्‍ट्र महोत्‍सव का पांचवां दिन (२८ जून) : मंदिरों की रक्षा हेतु न्‍यायालयीन प्रयास

ज्ञानवापी मंदिर एवं मथुरा की श्रीकृष्‍ण जन्‍मभूमि की रक्षा हेतु किये न्‍यायालयीन प्रयास, मध्‍यप्रदेश की भोजशाला एवं कर्नाटक के कोपर में स्‍थित किष्‍किंधा में हनुमानजी का जन्‍मस्‍थान को न्‍याय न्याय मिलने, केरल में वामपंथ ने प्रवेश करने से लेकर वहां हिन्‍दुओं का उत्‍पीडन सन्दर्भ अनुभव। Read more »

संभाजीनगर के देवगिरी किले के भारतमाता मंदिर में पूजा पर रोक लगाने के निर्णय का ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ में विरोध !

देश के एकमात्र भारत माता मंदिर में पुरातत्व विभाग ने पूजा पर रोक लगा दी है। छत्रपति संभाजीनगर के देवगिरी किले में भारत माता का मंदिर है। वर्ष 1948 से वहां पूजा हो रही थी। हाल ही में पुरातत्व विभाग ने पुजारियों को एक पत्र भेजकर वहां पूजा नहीं कर सकते, ऐसा तुगलकी फरमान जारी किया है। इसका ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ में एकमत से तीव्र विरोध किया गया । Read more »

वक्फ बोर्ड की तरह हिंदू मंदिरों के लिए सर्वाधिकार देने वाला ‘मंदिर बोर्ड’ स्थापित करें ! – अधिवक्ता विष्णु जैन, सर्वोच्च न्यायालय

देशभर के हिंदुओं के लाखों मंदिरों, उनकी भूमि और संपत्तियों की सुरक्षा के लिए वक्फ बोर्ड की तर्ज पर मंदिरों के लिए सर्वाधिकार वाला ‘हिंदू मंदिर बोर्ड’ स्थापित किया जाए। इसके अलावा केवल हिंदुओं के मंदिरों का अधिग्रहण करने वाला वर्ष 1951 का ‘रिलिजीयस एंडोमेंट ॲक्ट’ रद्द किया जाए और सरकारीकरण किए गए देशभर के सभी हिंदू मंदिरों को तत्काल सरकारी नियंत्रण से मुक्त कर भक्तों के नियंत्रण में दिया जाए । यह मांग अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने ‘मंदिर संस्कृति परिषद’ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में की। Read more »

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव का पांचवा दिन (२७ जून) : मंदिर संस्‍कृति का पुनर्जीवन

मंदिरों का वैभव नष्‍ट न हो; इसलिए प्रयत्न होना आवश्‍यक है । मंदिरों के कारण भक्‍त के जीवन में परिर्वतन होता है । वर्तमानकाल में हिन्दू धर्म के विषय में निधर्मीवादियों द्वारा दुष्प्रचार किया जाता है । उसे मिटाने के लिए पुरोहितों से शास्त्र का प्रामाणिक ज्ञान मिलना आवश्‍यक है । Read more »

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