Menu Close

कर्नाटक में धर्मजागृति कर जिज्ञासुओं को क्रियाशील बनानेवाले विविध उपक्रम !

परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के अमृतमहोत्सव के उपलक्ष्य में ‘हिन्दू राष्ट्र जागृति अभियान’ !

बेंगलुरू : ‘हिन्दू राष्ट्र जागृति अभियान’ के अंतर्गत कर्नाटक में विविध उपक्रम चलाए जा रहे हैं। यहां पर आयोजित व्याख्यानों को समाजद्वारा अच्छा प्रतिसाद प्राप्त हो रहा है। मंदिरों के साथ ही कुछ स्थानोंपर हिन्दुत्वनिष्ठों के विवाह की २५वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में व्याख्यानों का आयोजन किया जा रहा है। इन व्याख्यानों में केवल ‘राष्ट्र एवं धर्म’ के संदर्भ में ही जानकारी दी जा रही है, ऐसा नहीं, अपितु जिज्ञासुओें को साधना का महत्त्व समझाकर उनमेें ‘साधना’ के प्रति रूचि उत्पन्न करने की ओर भी गंभीरता से ध्यान दिया जा रहा है। चैतन्य के स्तरपर लिए जानेवाले इन व्याख्यानों को अच्छा प्रतिसाद प्राप्त हो रहा है।

चैतन्य के स्रोत रहे मंदिरों में व्याख्यानों का आयोजन !

श्री अय्यप्पा भजन मंदिर में व्याख्यान लेते हुए समिति के श्री. चंद्रु मोगेर

१. बेळतंगडी के पडील गांव के अय्यप्पा भजन मंदिर में हिन्दू जनजागृति समिति के दक्षिक्ष कन्नड जनपद समन्वयक श्री. चंद्रु मोगेर ने व्याख्यान लिया। इस कार्यक्रम में ३३ जिज्ञासु उपस्थित थे।

२. लक्ष्मेश्‍वर के बस्तीबण में स्थित श्री पर्वत मल्लय्य देवस्थान में श्रीमती जयश्री हेबसुरद्वारा ‘धर्मजागरण’ इस विषय पर व्याख्यान लिया गया। इसमें २० जिज्ञासु उपस्थित थे।

३. सुरत्कल के इड्य श्री महालिंगेश्‍वर देवस्थान में सनातन संस्था के श्री. विवेक पैद्वारा व्याख्यान लिया गया, जिसका १४ धर्माभिमानियों ने लाभ उठाया।

४. अजेकारू के श्री विष्णुमुर्ति देवस्थान में ‘मंदिर स्वच्छता अभियान’ चलाया गया। तत्पश्‍चात डॉ. (श्रीमती) श्रीकला जोशी ने ‘गुरुकृपायोगानुसार साधना एवं सनातनद्वारा प्रकाशित ग्रंथों की विशेषताएं’ इस विषय पर व्याख्यान लिया।

५. बेळतंगडी तहसील के नेरिय गांव के काटाजे श्री दुर्गा परमेश्‍वरी देवस्थान में सनातन संस्था के श्री. आनंद गौड ने ‘साधना एवं हिन्दू राष्ट्र की आवश्यकता’ इस विषय पर व्याख्यान लिया।

घरेलु कार्यक्रमों में व्याख्यानों के माध्यम से अध्यात्मप्रसार

श्री. शेखर जोगी के विवाह की २५वीं वर्षगांठपर सनातन संस्था की श्रीमती पवित्रा कुड्व द्वारा उपस्थित जिज्ञासुआें को मार्गदर्शन

१. विवाह के रजत महोत्सव के कार्यक्रम में व्याख्यान : धर्माभिमानी श्री. शेखर जोगी के विवाह की २५वीं वर्षगांठपर सनातन संस्था की ओर से श्रीमती पवित्रा कुड्वद्वारा ‘विवाह का महत्त्व’ इस विषय पर व्याख्यान लिया गया। इस अवसरपर ७० जिज्ञासु उपस्थित थे। उपस्थित जिज्ञासुओं में से तीनोंद्वारा धर्मशिक्षा वर्ग के आयोजन की मांग की गई। उपस्थितों में से अनेक लोगों ने ‘मंदिर स्वच्छता अभियान’ में सम्मिलित होने की ईच्छा व्यक्त की, तो कुछ लोगों ने सूड एवं कार्कळ गांवों में व्याख्यान की मांग की।

२. गृहप्रवेश के उपलक्ष्य में अध्यात्मप्रसार ! : सनातन संस्था के साधक श्री. बी. रामभट पटवर्धन ने कक्केबट्टू के सनातन के हितचिंतक श्री. चंद्रशेखर कक्केबेट्टू के यहां नए घर के गृहप्रवेश के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में ‘गुरुकृपायोगानुसार साधना’ इस संदर्भ में जानकारी दी। इस कार्यक्रम में १५० से भी अधिक परिवार जन आये हुए थे।

महिलाओं के लिए विशेष व्याख्यान !

१, बोळ्ळेरिमोग्रु विद्यालय में ‘साधना एवं हिन्दू राष्ट्र स्थापना की आवश्यकता’ इस विषय पर व्याख्यान लिया गया। सनातन संस्था के श्री. जनार्दन गौड ने उपस्थित महिलाओं को मार्गदर्शन किया। १५ महिलाओं ने इसका लाभ उठाया।

२. बेळंतगडी तहसिल के कराय में ग्रामपंचायत समुदाय भवन में सनातन संस्था के श्री. रमेशद्वारा व्याख्यान लिया गया। इस संदर्भ में श्री क्षेत्र ग्रामअभिवृद्धि मंडल सेवा प्रतिनिधि एवं धर्माभिमानी श्री. सीताराम अळ्व कोरींजा ने कार्यक्रम का पूरा नियोजन कर सहयोग दिया। १५ जिज्ञासुओं ने इस व्याख्यान का लाभ उठाया।

३. बंट्वाळ तहसील के आम्टुरू में महिला शक्ति संघटन की सदस्यों के लिए ‘शौर्य जागरण’ व्याख्यान का आयोजन किया गया। ४० महिलाओं ने इसका लाभ उठाया।

शिवमोग्गा जिले में विविध अभियानों के अंतर्गत ‘राष्ट्र एवं धर्मजागृति’ !

‘हिन्दू राष्ट्र जागृति सभा’ में एक धर्माभिमानीद्वारा विशद किए गए प.पू. डॉक्टरजी के संदर्भ में अनुभव !

पुटनळ्ळी : यहां ‘हिन्दू राष्ट्र जागृति सभा’ संपन्न हुई। इस समय हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. विजय रेवणकरद्वारा हरएक को धर्मरक्षा कार्य में सम्मिलित होने का आवाहन किया गया। इस अवसरपर धर्माभिमानी श्री. नागराज ने प.पू. डॉक्टरजी के संदर्भ में एवं साधना के संदर्भ में अपने अनुभव विशद किए। सभा समाप्त होने के पश्‍चात उपस्थित धर्माभिमानियोंद्वारा २ स्थानोंपर धर्मशिक्षा वर्ग लेने की मांग की गई। हिन्दुत्वनिष्ठ एवं विद्यालय के प्रमुखों ने हर त्यौहार के समय व्याख्यान का आयोजन करने के संदर्भ में कहा। इस समय कुछ धर्माभिमानियों ने व्हॉट्स अ‍ॅप के माध्यम से साधना एवं धर्मशिक्षा के संदर्भ में प्रसारित की जानेवाली जानकारी दिए जानेवाले समूह के साथ समाज में व्याप्त २०० से भी अधिक जिज्ञासुओं को जोडने की सिद्धता दर्शाई !

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *