सनातन संस्था के संस्थापक परात्पर गुरु डाॅ. जयंत आठवले जी के अमृत महोत्सव निमित्त हिन्दू राष्ट्र-जागृती सभा
हिन्दुआें के संगठीत होने पर विश्व की कोई भी ताकत हिन्दुराष्ट्र बनने से नही रोक सकती ! – हिन्दु युवा वाहिनी के आग्रा महानगर अध्यक्ष श्री. तरुण सिंह जी
आगरा – ८० प्रतिशत से अधिक हिन्दुआें के भारत में हिन्दू राष्ट्र की मांग करना यह असंविधानिक है, गलत है ऐसी विचारों की लहर कुछ लोग समाज में फैला रहे है; मात्र समाज और राष्ट्र के हित की संकल्पना रखना यह पूर्णत: संविधानिक है। कानून के दायरे में रहकर राजकीय, सामाजिक और सांस्कृतिक परिवर्तन करने के लिए राज्यघटना के अनुसार पूरी स्वतंत्रता दी गई है। उसे विरोध होने का कोई मतलब ही नही है। इसलिए हिन्दू राष्ट्र की मांग करना, यह हिन्दुआें का संविधानिक अधिकार है, ऐसा स्पष्ट प्रतिपादन सनातन संस्था के प्रवक्ता श्री. कार्तिक सालुंके जी ने सभा को संबोधित करते समय किया। सनातन संस्था के संस्थापक परात्पर गुरु डाॅ. जयंत आठवले जी के अमृत महोत्सव निमित्त सनातन संस्था और हिन्दू जनजागृती समिती की ओर से पूरे भारतभर हिन्दू राष्ट्र-जागृती अभियान किया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत रविवार, २१ मई २०१७ को होटल वैभव पॅलेस में हिन्दू राष्ट्र-जागृती सभा संपन्न हुई।
इस सभा को संबोधित करते हुए हिन्दू जनजागृती समिती के दिल्ली-पंजाब-हरयाणा समन्वयक श्री. सुरेश मुंजाल जी ने कहा की, १९४७ से पूर्व भारत हिन्दू राष्ट्र था । उस हिन्दू राष्ट्र को आज ‘सेक्युलर राज्य’ अथवा ‘धर्मनिरपेक्ष राज्य’ संबोधित कर उस पर ‘हरा रंग’ पोता जा रहा है । बंधुओे, वर्तमान ‘सेक्युलर राज्य’ के कारण हिन्दुआें की बहुत हानि हुई है । अब ‘धर्मनिरपेक्ष राज्य’ या ‘हिन्दू राष्ट्र’ यह प्रश्न है ही नहीं । ‘इस्लामिक स्टेट’ के भारत में प्रवेश के कारण ‘इस्लामी राज्य या ‘हिन्दू राष्ट्र ?’, ऐसा प्रश्न उत्पन्न हो गया है । बंधुओ, हमें भारत को ‘इस्लामिक स्टेट’ नहीं बनने देना है; इसलिए हिन्दू राष्ट्र की मांग करो ! इंदिरा गांधी ने संविधान में ४२ वां सुधार कर देश को ‘सेक्युलर’ घोषित किया था । आज देश के संविधान में १०० सुधार किए गए हैं; तो एक सुधार और कर भारत को ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित क्यों नहीं कर सकते ?
सभा मे मार्गदर्शन करते समय हिन्दु युवा वाहिनी के आग्रा महानगर अध्यक्ष श्री. तरुण सिंह जी ने कहा की, हिन्दुआें की एकजूटता न होने के कारन ही आज हिन्दुराष्ट्र बनने मे अडचने आ रही है। हिन्दु आें के संगठीत होने पर विश्व की कोई गी ताकत हिन्दुराष्ट्र बनने से नही रोक सकती और अखंह भारत का सपना भी तभी पूरा हो सकता है। हम ही लोग काम-धंदे मे लगे रहेंगे तो धमेजागृती कोन करेगा ? कोई बाहर से आ के करेगा, इसाई या इस्लामी राष्ट्र से आकर कोई करेगा ? हम कब जागृत होते है जब हमारे घरपर आग लग जाती है। हम तब जागृत होते है जब लव-जिहाद हमारे घर पर होता है। तभी हमें संगठन याद आते है। इसलिए ऐसी जागृती सभाए सभी भारतभर मे होनी चाहिए।
सभा के आरंभ में दिपप्रज्वलन किया गया। उस के बाद शंखनाद कर हिन्दू राष्ट्र-जागृती सभा का आरंभ हुआ। इस सभा में परात्पर गुरु डाॅ.आठवले जी ने विश्वकल्याण के लिए आरंभ किये हुए अद्वितीय कार्य के बारे मे दिखाया गया पॉवर पॉईंट प्रझेंटेन देखकर उपस्थित हिन्दू प्रभावीत हुए। हिन्दुआें मे धर्मतेज निर्माण करनेवाला मार्गदर्शन सुनकर हिन्दुआें ने उस्फुर्तता से घोषणाए दी। सभा के अंत मे हिन्दू राष्ट्र स्थापना के कार्य में सिद्ध रहनेकी प्रतिज्ञा सभी ने ली।
सभा की जगह लगाए गए प्रदर्शन कक्ष में परात्पर गुरु डाॅ. जयंत आठवले जी के अध्यात्म, साधना, आचारधर्म, हिन्दू राष्ट्र की स्थापना आदी विषयोंपर संकलीत किये ग्रंथो का प्रदर्शन भी लगाया गया था। इस प्रदर्शनी को हिन्दुआें का उस्फुर्त प्रतिसाद मिला।