Menu Close

श्रीराममंदिर सहित काशी और मथुरा में भी भव्य मंदिर के लिए संघर्ष करना आवश्यक – टी. राजासिंह, विधायक, भाजपा

हिन्दू सेवा परिषद की ओर से, मंडला (मध्यप्रदेश) में ‘हिन्दू जनजागृति सभा’ !

व्यासपीठ पर (बाईं ओर से) श्री. अतुल जेसवानी, श्री. आनंद जाखोटिया, पू. डॉ. स्वामी मुकुंददासजी महाराज, श्री. टी. राजासिंह एवं अन्य मान्यवर

मंडला (मध्यप्रदेश) : ‘हिन्दुओं, हमें केवल राममंदिर निर्माण कर रूकना नहीं है, अपितु काशी विश्‍वनाथ तथा मथुरा के मंदिरों पर हुए अतिक्रमण को भी हटाकर वहां भी भव्य मंदिर बनाने के लिए संघर्ष करना है !

श्रीराममंदिर निर्माण के मार्ग में आनेवाली बाधा यदि न्यायालय से नहीं हटी तो उसके लिए केंद्रशासन स्वतंत्र कानून बनाए। हिन्दुओं कों जाति में बांटनेवाले राजनेताओं का बहिष्कार करें तथा ‘हिन्दू राष्ट्र’ के लिए एक ‘हिन्दू’ के रूप में संघटित हों’, ऐसा आवाहन भाग्यनगर के भाजपा के विधायक तथा श्रीराम युवा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री. टी. राजासिंह ने किया। वे, मंडला चौपाटी में आयोजित ‘हिन्दू जनजागृति सभा’ को संबोधित कर रहे थे। इस सभा का लाभ १ सहस्र ५०० से भी अधिक युवकों ने लिया।

श्री गुप्तेश्‍वर पीठाधिश्‍वर प.पू. डॉ. स्वामी मुकुंददासजी महाराज ने कहा, ‘आज मठों-मंदिरों से भी धर्मप्रसार का अभियान चलाना चाहिए। अन्य धर्मों के समान हिन्दुओं को भी अपने धर्म की रक्षा के लिए सजग रहना चाहिए !’

हिन्दू सेवा परिषद के प्रदेशाध्यक्ष श्री. अतुल जेसवानी ने कहा कि, ‘वे धर्मांतर रोकने के लिए प्रयत्न करेंगे !’

हिन्दू जनजागृति समिति के राजस्थान समन्वयक श्री. आनंद जाखोटिया ने कहा, ‘भारत में धर्मशिक्षा का अभाव होने के कारण अनेक हिन्दू धर्मांतरित हो रहे हैं, इसके लिए हिन्दुओं को संघटित कर धर्मशिक्षा दी जानी चाहिए !’

सभा में उपस्थित धर्माभिमानी हिन्दू युवक

सेना को पत्थर मारनेवालों को गोली मार देनी चाहिए ! – विधायक श्री. टी. राजासिंह

जबलपुर : विधायक टी. राजासिंह ने ‘हॉटेल समदडिया इन’ में पत्रकार परिषद को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘कश्मीर में सेना को पत्थर मारनेवालों को गोली मारने की आवश्यकता है !’

हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. आनंद जाखोटिया ने कहा, ‘१९७८ का गोहत्या कानून के होते हुए भी केरल में गोमांस की दावत का आयोजन करनेवाली माकपा तथा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर एक साधा अपराध प्रविष्ट न होना, गंभीर है ! साथ ही रतलाम के आदिवासी क्षेत्रों के ६० बच्चों को धर्मांतर हेतु एक मिशनरीद्वारा ले जाने की घटना का पर्दाफाश हो गया है। इन दोनों घटनाओं के दोषियों पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए !’

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *