हिन्दुत्वनिष्ठों के प्रयासों की मिली सफलता !
जळगाव : सर्वशिक्षा अभियान के अंतर्गत प्राथमिक शिक्षकों के लिए‘वैज्ञानिक दृष्टिकोण प्रकल्प’ के नामपर अंधविश्वास निर्मूलन समिति की ओर से जळगाव जनपद में तहसील स्तर की कार्यशालाआें का आयोजन किया गया था । स्थानीय हिन्दुत्वनिष्ठों को इसकी जानकारी मिलते ही उन्होंने शिक्षाधिकारी को अंधविश्वास निर्मूलन समिति की ओर से चलाए जानेवाले दुष्कर्मों की जानकारी देकर इस कार्यशाला को रद्द करने की मांग की । प्राथमिक शिक्षा विभाग के शिक्षाधिकारी श्री. भास्कर पाटिल ने हिन्दुत्वनिष्ठों का पक्ष सुनकर इस कार्यशाला को रद्द करने का आदेश दिया ।
१. जळगाव जनपद प्राथमिक शिक्षा विभाग की ओर से जनपद में स्थित प्राथमिक शिक्षकों के लिए ‘वैज्ञानिक दृष्टिकोण योजना’ के अंतर्गत प्रत्येक तहसील में कार्यशालाआें का आयोजन किया गया था । इस कार्यशाला का आरंभ जळगाव तहसील से ही ७ जुलाई से होनेवाला था ।
२. हिन्दुआें की धार्मिक भावनाआें को निरंतर आहत करनेवाली हिन्दूद्वेषी अंधविश्वास निर्मूलन समिति की ओर से इन कार्यशालाआें का आयोाजन किया गया था । इन कार्यशालाआें में प्रत्येक जिला परिषद विद्यालय के एक शिक्षक को उपस्थित होने के लिए कहा गया था । उनको अंधविश्वास निर्मूलन समिति के वक्ता मार्गदर्शन करनेवाले थे । यह पूरा नियोजन सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत किया गया था ।
३. हिन्दुत्वनिष्ठों को इस विषय में जानकारी मिलते ही उन्होंने ५ जुलाई को शिक्षा विभाग से संपर्क कर वहां के अधिकारियों को अंनिस द्वारा हिन्दू धर्म के विरुद्ध चलाए जानेवाले कार्य की जानकारी दी । ‘वैज्ञानिक दृष्टिकोण योजना’ के नामपर समिति द्वारा आजतक अर्जित किए गए लाखों रुपए के विषय में कागदपत्र, साथ ही कुछ जनपदों में इस योजना को रद्द किए जाने के विषय में शिक्षा विभाग के प्रस्ताव, सातारा धर्मादाय आयुक्त द्वारा अंनिस को लगाई गई फटकार के विषय में कागदपत्र, इस समिति का नक्सली संगठनों से होनेवाले संबंधों की जानकारी के संबंध में कागदपत्र इत्यादि सभी प्रकार के प्रमाण शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिखाए गए ।
४. अंनिस द्वारा‘वैज्ञानिक दृष्टिकोण योजना’ के नामपर हिन्दुआें के देवता, आस्था के केंद्र एवं हिन्दुआें की धार्मिक भावनाआें को आहत करने का चलाए जानेवाले षडयंत्र से शिक्षा विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया गया । इस संदर्भ में बीड जनपद में अंनिस के कार्यकर्ताआेंपर धार्मिक भावनाआें को आहत किए जाने के संबंध में अभियोग प्रविष्ट किए जाने की जानकारी भी इन अधिकारियों को दी गई ।
५. शिक्षा विभाग की ओर से इस प्रकार के विवादित संगठन को कैसे अनुमति दी गई, यह प्रश्न हिन्दुत्वनिष्ठों ने पूछा । इस पूरी जानकारी को देखने के पश्चात शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने तत्परता से कार्यवाही करते हुए ५ जुलाई के सायंकाल ही प्रस्तुत कार्यशाला को रद्द किए जाने का नोटिस निकाला ।
शिक्षा विभाग को यह जानकारी देने हेतु भाजपा के महानगरपालिका के समूहनेता श्री. सुनीलभैय्या माळी, शिवसेना महानगरउपप्रमुख श्री. मोेहन तिवारी, भाजपा के श्री. भगवान सोनवणे, अधिवक्ता निरंजन चौधरी, धर्माभिमानी श्री. दीपक जोशी, हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. प्रशांत जुवेकर, श्री. सचिन वैद्य, श्री. रवींद्र हेंबाडे आदि उपस्थित थे ।