देहली के जंतरमंतरपर आयोजित ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ में हिन्दुत्वनिष्ठोंद्वारा मांग
• बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करें !
• चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करें !
देहली : अमरनाथ यात्रियों पर आक्रमण करनेवाले जिहादी तथा उनके आश्रयदाता पाकिस्तान को सबक सिखाया जाए, धर्मांधोंद्वारा हिन्दुओं के साथ किए जा रहे अत्याचारों की उपेक्षा करनेवाला बंगाल शासन को पदच्युत कर वहां राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए, भारत को युद्ध की धमकी देनेवाले चीन में उत्पादित वस्तुओं का बहिष्कार किया जाए आदि मांगों को लेकर यहां के हिन्दुत्वनिष्ठ संघटनों की ओर से जंतरमंतर पर ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ किया गया।
इस आंदोलन में हिन्दुत्वनिष्ठ संघटन बजरंग दल, अखंड भारत मोर्चा, प्रवासी बंगीय समाज चित्तरंजन पार्क, राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन, कावडिया सेना, अखिल भारतीय रामराज्य परिषद, भारत गोसेवा समाज, विश्वगुरु भारत परिषद, सनातन संस्था सहित अनेक हिन्दुत्वनिष्ठ संघटन सम्मिलित हुए।
मान्यवरोंद्वारा प्रस्तुत किये गए विचार
१. श्री. संदीप आहुजा, राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखंड भारत मोर्चा : आज बंगाल में जो भी कुछ हो रहा है, उसके पीछे वहां के हिन्दुओं को बाहर निकाल देना यही एकमात्र उद्देश्य है ! अतः हिन्दुओं को अपनी पलायनवादी मानसिकता को त्याग देने की आवश्यकता है !
२. श्री. शैलेंद्रकुमार जायस्वाल, अधिवक्ता, उच्च न्यायालय : ‘मैं हिन्दू हूं तथा मैं भारत देश का भक्त हूं’, यह भावना ही लुप्त हो चुकी हैं ! हिन्दुओं में इन भावनाओं में पुनः जागृत करने हेतु आज यह ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ किया जा रहा है।
३. श्री. सुरेश मुंजाल, राज्य समन्वयक पंजाब एवं हरियाणा, हिन्दू जनजागृति समिति : बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी हिन्दुओं के विरोध में हैं। उनमें ‘ममता’ नहीं, अपितु ‘हिन्दूद्वेष’ भरा हुआ है। बंगाल के हिन्दू इसे और कब तक सहन करनेवाले हैं ? अब वहां के हिन्दुओं को इस अन्याय के विरोध में संघटित होना चाहिए !
४. श्री. अभय वर्तक, राष्ट्रीय प्रवक्ता, सनातन संस्था : बंगाल में हिन्दुओंपर निरंतर अत्याचार हो रहे हैं। ऐसे समय में ‘पुरस्कार वापसी गिरोह’ कहां गायब हुआ है ?, यह प्रश्न उपस्थित होता है !
अन्य मांगें
१. साध्वी प्रज्ञासिंह को झूठे प्रकरण में फंसाकर उनको ८ वर्षोंतक कारागृह में रखनेवाले तथा कारागृह में उनके साथ अनन्वित अत्याचार करनेवाले पुलिस अधिकारी और इस षडयंत्र को रचनेवाले तत्कालिन शासनकर्ताओं के विरोध में कार्रवाई की जाए !
२. नक्सली कार्यवाहियों में लिप्त देहली विश्वविद्यालय की प्राध्यापिका नंदिनी सुंदर एवं मानवाधिकार कार्यकर्ती बेला भाटिया के विरोध में कार्रवाई की जाए !
३. आतंकवाद को प्रोत्साहित करनेवाले हिन्दूद्वेषी डॉ. जाकिर नाईक और उनकी प्रतिबंधित संस्था ‘इस्लामिक रिसर्च फाऊंडेशन’पर प्रतिबंध लगाया जाए !
क्षणचित्र
१. इस आंदोलन में चीनी उत्पादों का बहिष्कार करने के संदेश के साथ ही इन वस्तुओं की होली की गई !
२. एक व्यक्ति आंदोलनस्थल से अपने वाहन से जाते समय रुक गया और आंदोलन में सम्मिलित हुआ ! उन्होंने कहा कि, ‘मैंने अनेक आंदोलन देखे हैं; किंतु इस प्रकार का सुनियोजित आंदोलन मैं पहली बार ही देख रहा हूं !’
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात