नंदुरबार : अपने राष्ट्र से शत्रुता रखनेवाले देश द्वारा उत्पादित वस्तुएं प्रयुक्त करना शत्रुराष्ट्र को दृढ करने समान ही है । इसलिए यहां के विविध हिन्दूप्रेमी संगठनों ने राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन में चीनी वस्तुओं पर बहिष्कार करने का आवाहन किया गया । इस अवसर पर चीनी उत्पादों की होली कर चीन का तीव्र निषेध किया गया ।
साध्वी प्रज्ञासिंह को प्रताडित करनेवालों की एवं अमरनाथ यात्रियों पर आक्रमण करनेवाले आतंकवादियों का पोषण करनेवालों की जांच करने आदि मांगों के लिए भी यहां आंदोलन किया गया । इस आंदोलन में हिन्दू जनजागृति समिति, सनातन संस्था, विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल, श्रीशिवप्रतिष्ठान, बजरंग व्यायाम विद्यालय, योग वेदांत समिति आदि संगठनों के कार्यकर्ता सम्मिलित थे ।
१. दिलीप ढाकणे, श्रीशिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान – यदि चीनी ड्रेगन को बिना युद्ध के पराजित करना है, तो राष्ट्रभावना एक कर स्वदेशी वस्तुएं प्रयुक्त करने का मार्ग अपनाना एवं चीन को आर्थिक रूप से अडचन में लाना प्रभावी उपाय हो सकता है !
२. प्रा. डॉ. सतीश बागुल – अमरनाथ यात्रियों पर आक्रमण पूरे देश के हिन्दुओं की आस्मिता पर का आक्रमण है । भारतवासियों के आत्मसम्मान के रूप में केंद्रसरकार को तत्परता से इस आतंकवाद का पोषण करनेवाली राजनीतिक शक्तियों को स्पष्ट कर उन पर कठोर कार्यवाही करनी चाहिए !
हिन्दू जनजागृति समिति के डॉ. नरेंद्र पाटिल ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए ।
वृक्षप्रेमी सर्वश्री विट्ठल मगरे, नरेंद्र, नरेंद्र तांबोळी, हर्षद पत्की, लटित विसपुते, आनंद मराठे, एवं अन्य पदाधिकारी तथा श्रीमती छाया सोनार, आकाश गावित तथा मयूर चौधरी आदि के साथ अनेक नागरिक उत्स्फूर्त रूप से आंदोलन में सम्मिलित हुए ।
क्षणिकाएं
१. बारिश में ही साधकों ने आंदोलन की सिद्धता की । भूमि की शुद्धि कर प्रार्थना करने पर तत्काल वर्षा रूक गई । आंदोलन के पश्चात कृतज्ञता व्यक्त करने के पश्चात ही वर्षा आरंभ हुई ।
२. मार्ग से जानेवाले एक राष्ट्रप्रेमी सज्जन ने आंदोलन का उद्देश्य समझ लिया एवं घर जाकर पत्नी एवं लडके को भी वे आंदोलन स्थल पर ले आएं ।
३. होली जलाने हेतु एक रिक्शा चालक ने स्वयं आगे आकर माचीस लाकर दी ।
४. भारी संख्या में चौक पर खडे लोग स्वयं आंदोलन में सम्मिलित हुए ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात