हाल ही में आए वार्ताआें के अनुसार, गुजरात स्टेट फेडरेशन के केमिस्ट और ड्रगिस्ट एसोशिएसन (जीएसएफसीडीए) के चेयरमैन जशवंत पटेल कहते हैं, ‘नवरात्रि के दौरान कॉन्डम और गर्भनिरोधक की मांग हमेशा बढ जाती है।’ इस साल भी यह बिक्री ३५ प्रतिशत तक बढ गई है।
यह बात हिन्दू समाज तथा भारत देश के लिए बहुत ही लज्जास्पद है । नवरात्रि में खेले जानेवाले गरबा का उच्च आध्यात्मिक महत्त्व है, परंतु आज कर्इ हिन्दू गरबा के नामपर कुकर्म कर रहा है । हमारे यहां त्यौहार सात्त्विकता बढाने के लिए मनाए जाते है, परंतु आज धर्मशिक्षा के अभाव के कारण हिन्दूआें की यह दु:स्थिती हो चुकी है ।
हिन्दूआें ने अंतर्मुख होकर यह सोचना चाहिए कि, नवरात्रि में देवी की आराधना या साधना करने के बजाए वासना की पूर्ति का प्रयास करनेवाले हिन्दूआें पर क्या कभी देवी माता की कृपा हो सकती है ?
आज हिन्दू धर्म के सिद्धांतों को भुलाना तथा पश्चिमी संस्कृती के अंधानुकरण के कारण ही समाज में नैतिकता का अभाव है तथा अपराधों का आलेख प्रतिदिन बढता ही जा रहा है । भारत के स्वतंत्रता के उपरांत किसी भी राज्यकर्ता ने लोगों को धर्मशिक्षा देने का प्रयास नहीं किया । यह स्थिती बदलने हेतु अब हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करना यही समय की अावश्यकता है ।
आप क्या कर सकते है ?
१. यदि आपको नवरात्री, गरबा आदि का धर्मशास्र पता नहीं है, तो आप आगे दिए गए लिंकपर जाकर उस विषय में जानकारी प्राप्त कर सकते है । अन्य हिन्दूआें को भी इस विषय में सूचित कर सकते है ।
नवरात्री के विषय संपूर्ण धर्मशास्रीय जानकारी : https://www.hindujagruti.org/hindi/hinduism/hindu-festivals/navratri
२. हिन्दू जनजागृति समिति हिन्दूआें को धर्मशिक्षा मिलने हेतु जगह जगह पर धर्मशिक्षा वर्ग का आयोजन भी करती है । यदि आप अपने क्षेत्र में धर्मशिक्षा वर्ग का आयोजन करना चाहते है, तो हमें [email protected] पर इमेल करे ।
३. आप देवीपूजन तथा शक्ति संबंधित विविध ग्रंथों को लेकर भी धर्मशास्र की जानकारी प्राप्त कर सकते है । आगे दिए ग्रंथ बिक्री के लिए उपलब्ध है । (नीचे दिए गए इमेज पर क्लिक कर आप संबंधित ग्रंथ के पेज पर जा सकते है ।)
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