धर्म पर हो रहे आघातों को रोकने हेतु गांव के हिन्दू संघटित हुए, तो उत्तरशिव को ‘हिन्दू राष्ट्र का एक गांव’ के रूप में जाना जाएगा ! – श्री. प्रसाद वडके, हिन्दू जनजागृति समिति
डायघर (जिला ठाणे, महाराष्ट्र) : छत्रपति शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज तथा पवनपुत्र हनुमान के शौर्य के इतिहास को भूल जाने से आज हमें हमारी शक्ति का विस्मरण हुआ है ! गांव के हिन्दू संघटित हुए तथा धर्मशिक्षा लेकर वैधानिक पद्धति से धर्म पर हो रहे आघातों को रोकने हेतु क्रियाशील बनें, तो उत्तरशिव गांव को हिन्दू राष्ट्र का एक गांव के रूप में जाना जाएगा ! हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु हरएक व्यक्ति को धर्मशिक्षा, संघटन एवं संघर्ष की आत्यंतिक आवश्यकता है। हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. प्रसाद वडके ने ऐसा प्रतिपादित किया। वे, यहां के उत्तरशिव गांव में २४ दिसंबर को हिन्दू धर्मजागृति सभा का आयोजन किया गया था उसमें बोल रहे थे।
इस समय सभा में उपस्थित युवकों ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘‘सभा के कारण हममें उत्साह निर्माण होकर हिन्दू राष्ट्र का हमारा लक्ष्य अधिक दृढ़ हो गया !’’ इस सभा में १७० से भी अधिक धर्माभिमानी उपस्थित थे।
पुलिसकर्मियोंद्वारा आयोजकों से पूछताछ
पुलिसकर्मियों ने सभास्थल आकर आयोजकों से पूछताछ की। (वैधानिक पद्धत से आयोजित हिन्दुओं की सभा की पूछताछ करने में समय व्यर्थ करनेवाला पुलिस प्रशासन ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
क्षणचित्र
१. सभा में महिला एवं युवकों की लक्षणीय उपस्थिति थी। सभा का प्रसार एवं आयोजन में गांव के युवकों ने क्रियाशील सहभाग लिया !
२. हर शनिवार को धर्मशिक्षा वर्ग तथा युवतियों ने हर रविवार को स्वसंरक्षण प्रशिक्षण वर्ग लेने की मांग की !
३. नारीवले गांव के युवकों ने भी उनके गांव में सभा के आयोजन की मांग की !
४. सभास्थल पर ही स्वाध्याय परिवार की ओर से बालसंस्कार वर्ग लिया जाता है; परंतु इस वर्ग को लेनेवाले श्री. राजेश पाटिल ने एक दिन के लिए अपने वर्ग के स्थल में बदलाव किया।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात