केवल २८ प्रतिशत हिन्दुओं की जनसंख्यावाले मालेगाव की हिन्दू धर्मजागृति सभा में १७ सहस्र से भी अधिक हिन्दुओं ने किया राष्ट्र एवं धर्म कार्य में क्रियाशील होने का दृढ निर्धार !
अल्पसंख्यक हिन्दुओं के मालेगाव में धर्माभिमानी हुए संगठित !
बहुसंख्यकों ने पहली बार देखा ऐसा विशाल संगठन हिन्दुओं का !
मान्यवरों के वीरश्री युक्त संबोधनों से धधग उठा कुंड हिन्दुत्व का !
हिन्दू राष्ट्र स्थापना के लिए सिद्ध हुए धर्मप्रेमी, मालेगाव के !!!
मालेगाव (जिला नासिक, महाराष्ट्र) : हिन्दुओं की संख्या प्रतिदिन न्यून होती जा रही है । धर्म संकट में है; परंतु हिन्दू युवक तो केवल ‘वॉट्स एप’पर ही व्यस्त हैं ! यह यदि ऐसा ही चलता रहा, तो आनेवाला समय भयंकर होगा । भविष्य में हिन्दू अल्पसंख्यक एवं धर्मांध बहुसंख्य बन जाएंगे और तब भारत का नाम बदलकर उसे इस्लामिक स्टेट घोषित करने की मांग की जाएगी । हिन्दू युवकों, ऐसा न हो; इसलिए हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करें ! संतों के निर्देशानुसार हिन्दू राष्ट्र स्थापना के लिए प्रतिदिन १ घंटा देने से वर्ष २०२३ में अखंड हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होने ही वाली है । अखंड हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होनेपर किसी में हिन्दुओं की ओर वक्रदृष्टि डालने का साहस नहीं होगा ! भाग्यनगर के भाजपा विधायक श्री. टी. राजासिंह ने ऐसा प्रतिपादित किया । ७ अप्रैल को यहां संपन्न हिन्दू धर्मजागृति सभा को संबोधित करते हुए वे ऐसा बोल रहे थे ।
मालेगाव की हिन्दू धर्मजागृति सभा में केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष भामरे ने विधायक श्री. टी. राजासिंह को सम्मानित किया । हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ते डॉ. भामरे को जब सभा का निमंत्रण देने के लिए गए थे, तब उन्होंने कहा था, ‘‘यह हिन्दुत्व की सभा है; इसलिए मैं इस सभा में एक हिन्दू के रूप में उपस्थित रहूंगा और व्यासपीठ पर नहीं आऊंगा !’’ (एक हिन्दू के रूपमें सभा को उपस्थित रहनेवाले डॉ. भामरे का आदर्श अन्य राजनेताओं को भी सामने रखना चाहिए ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) (२५ दिसंबर २०१७ को धुळे में संपन्न सभा में भी डॉ. भामरे उपस्थित थे ।)
धर्मजागृति सभा को संरक्षण देनेवाले जळगाव, भुसावळ, धुळे एवं श्रीरामपुर के धर्मशिक्षावर्ग में आनेवाले ४८ युवक !
मालेगाव नगर की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से हिन्दू जनजागृति समिति के धर्मशिक्षा वर्ग में आनेवाले युवक सभास्थल पर उपस्थित थे । उनमें जळगाव नगर की सिंधी कॉलोनी एवं तांबापुरा के १७, धरणगाव एवं पाळधी के ८, भुसावळ के २, धुळे जिले के मोहाडी से ५, श्रीरामपुर का १, तो धुळे के १५ ऐसे कुल मिलाकर ४८ धर्मप्रेमी उपस्थित थे ! (सर्वत्र के हिन्दू युवक इस प्रकार से धर्मरक्षा के लिए अपना समय देनेवाले युवकों का आदर्श अपने सामने रखें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
लगन के साथ सेवा कर मालेगाव की हिन्दू धर्मजागृति सभा को सफल बनानेवाले हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताओं का अभिनंदन !
‘मालेगाव की हिन्दू धर्मजागृति सभा में १७ सहस्र से भी अधिक हिन्दुओं का उपस्थित होना, यह तो हिन्दू जनजागृति समिति के प्रति हिन्दुओं के मन में बढते विश्वास का प्रतीक है ! आज का समय हिन्दुओं में जागृति लाने के लिए अनुकूल है । मालेगाव में श्री. संदीप वाघ हिन्दू जनजागृति समिति के एकमात्र कार्यकर्ता हैं । ऐसा होते हुए भी उन्होंने यहां की हिन्दू धर्मजागृति सभा को सफल बनाने के लिए अन्य स्थानों के समिति के कार्यकर्ता एवं सनातन के साधकों की सहायता से बड़ी लगन के साथ प्रयास किए । उसके कारण इस सभा को हिन्दुओंद्वारा बडा प्रतिसाद प्राप्त हुआ । इसके लिए सभी कार्यकर्ता एवं साधकों की जितनी प्रशंसा की जाए, उतनी अल्प ही है । सर्वत्र के साधक एवं कार्यकर्ताओं को इस आदर्श को सामने रखना चाहिए !’
– परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी
हिन्दू जनजागृति समिति का कार्य सैल्युट करने योग्य है ! – श्री. मनमोहन शेवाळे, ग्रामीण विभाग अध्यक्ष, कांग्रेस, मालेगाव
१. अन्य राजनीतिक दल एवं संगठनों के पदाधिकारी अथवा प्रमुख आनेपर उनके साथ छायाचित्र खींचने के लिए कार्यकर्ताओं की भीड उमडती है; परंतु समिति के कार्यकर्ताओं में इस संदर्भ में ऐसी किसी भी प्रकार की लोकेषणा नहीं है । समिति का हर कार्यकर्ता प्रामाणिकता के साथ सेवा करता है !
२. राजनीतिक दलों में सभी लोग दिखावे के लिए कार्य करते हैं; परंतु समिति के कार्यकर्ता समर्पित भावना से कार्य करते हैं !
३. मालेगाव में आपका एक भी कार्यकर्ता न होते हुए भी सभा में सहस्रों लोगों का आना, ये इतनी सहज बात नहीं है ! यहां के स्थानीय राजनीतिक दलों की सभा में भी कभी इतने लोग नहीं आते ! सभा में ग्रामीण क्षेत्र से भी बडी संख्या में लोग आए थे !
४. अन्य स्थानों पर हरएक की भूमिका दूसरों को सिखाने की होती है, जिससे की लोगों में कटुता उत्पन्न होती है; परंतु समिति के कार्यकर्ता सदैव सिखने की स्थिति में रहते हैं !
५. हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य को देखकर मेरे जैसा नास्तिक मनुष्य भी ईश्वर को नमस्कार करने लगा, यह केवल आपके कार्य का ही परिणाम है !
अनेक राजनीतिक दलों के पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं धर्मप्रेमियोंद्वारा समिति के कार्य की प्रशंसा !
अबतक हमने अनेक सभाएं देखीं और सुनीं एवं हिन्दुत्व का कार्य भी किया; परंतु अभीतक मन में केवल भाषण सुनकर घर लौटने के ही विचार होते थे ! दूसरे दिन क्रियान्वयन के विचार अल्प होते थे; परंतु समिति की सभा को सुनकर हमें हिन्दू राष्ट्र स्थापना की दिशा मिल गई । व्यासपीठ पर वक्ताओं को छोडकर अन्य किसी को घूमते हुए नहीं देखा एवं प्रवेशद्वार से लेकर व्यासपीठ तक कोई भागदौड करता हुआ भी नहीं दिखाई दिया । हमें अत्यंत अनुशासित नियोजन देखने को मिला । यहां के हर कार्यकर्ता अपनी सेवा में तत्पर था । आप हमें भी इस प्रकार का नियोजन सिखाईए !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात