नाटक एवं चलचित्रों में संत और महापुरुषों का हो रहा अनादर रोकने के लिए कठोर कानून बनाया जाए ! – डॉ. नरेंद्र पाटिल, हिन्दू जनजागृति समिति
नंदुरबार (महाराष्ट्र) : यहां ३० जून को राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन संपन्न हुआ। इसमें महिलाओं के यौन शोषण के लिए कारणभूत अश्लील संकेतस्थलोंपर प्रतिबंध लगाने की, साथ ही नाटक, चलचित्र, विज्ञापन एवं चित्रों के माध्यम से हो रहे संत और महापुरुषों के अनादर को रोकने के लिए कठोर कानून बनाने की मांगें की गईं। नेताजी सुभाष चौकपर यह आंदोलन संपन्न हुआ।
इस आंदोलन में अश्लील संकेतस्थलों के संदर्भ में श्रीमती पुष्पाताई थोरात, देवताओं के अनादर के संदर्भ में श्री. आशीष जैन, तो इन दोनों विषयों पर हिन्दू जनजागृति समिति के डॉ. नरेंद्र पाटिल ने अपनी भूमिका
रखी।
इस आंदोलन में विश्व हिन्दू परिषद के गोसेवा प्रमुख श्री. आनंद मराठे, भाजपा यातायात विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री. जितेंद्र राजपूत, राणा राजपूत सेवा समिति के अध्यक्ष श्री. चेतन राजपूत, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता श्री. भिका गिरनार, श्री. प्रवीण थोरात, हिन्दुत्वनिष्ठ श्री. दिलीप ढाकणे-पाटिल, समाजसेवीका श्रीमती रिना जाधव आदि हिन्दुत्वनिष्ठ बडी संख्या में सहभागी हुए।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात