मेटे, लवेल (तहसिल चिपळूण, जिला रत्नागिरी, महाराष्ट्र) में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ग्रामसभा
लवेल : स्वातंत्र्य के पश्चात राज्यकर्ताओं ने हिन्दुओं को धर्मशिक्षा ही न मिलें ऐसा षड्यंत्र रचने के कारण हिन्दुओं में स्वधर्म के प्रति घोर अज्ञान है ! इसके फलस्वरूप धर्म के प्रति उदासीनता होने से हिन्दू अपने धर्म के लिए संगठित नहीं होते। असंगठित रहने से भारत में हिन्दू बहुसंख्यक होते हुए भी हिन्दुओं पर धर्मांतरण, गोहत्या, लव जिहाद, मंदिर सरकारीकरण जैसे असंख्य आक्रमण हो रहे हैं। सरकार हिन्दुओं पर हो रहे इन आघातों का समाधान तो दूर; परंतु उसका संज्ञान भी नहीं लेता ! इसके लिए हिन्दुओं का प्रभावशाली संगठन खडा करने के साथ ही हिन्दुओं को धर्मशिक्षा देना यह महत्त्वपूर्ण घटक है ! हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. सुभाष कुळे ने ऐसा प्रतिपादित किया।
हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ३ फरवरी २०१९ को चिपळूण में आयोजित हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा के उपलक्ष्य में लवेल परिसर में धर्मप्रेमियों के सहभाग से प्रसार एवं प्रचार किया जा रहा है। इसके अंतर्गत मेटे गांव में ग्रामसभा का आयोजन किया गया था। इस सभा में समिति की ओर से श्री. सुभाष कुळे ने उपस्थित धर्मप्रेमियों का ‘साधना एवं हिन्दू राष्ट्र स्थापना की आवश्यकता’ इस विषय पर मार्गदर्शन किया। उसमें वे बोल रहे थे।
१० दिसंबर २०१८ को मेटे (पाटिल वाडी) में श्री. शंकर गावडे के निवास पर यह सभा संपन्न हुई। इस अवसर पर सनातन संस्था की ओर से ग्रंथ प्रदर्शनी भी लगाई गई थी। ९६ धर्मप्रेमियों ने इस ग्रामसभा का लाभ उठाया। उपर्युक्त मार्गदर्शन से प्रभावित धर्मप्रेमियों ने वहां १५ दिन में एक बार धर्मशिक्षावर्ग की मांग भी की !
इस ग्रामसभा के आयोजन में सर्वश्री शंकर गावडे, कृष्णा गावडे, रवींद्र शिगवण, दत्ताराम मोगरे, सोनू मोगरे, सुरेश मोगरे एवं विजय मोगरे ने बहुमूल्य योगदान दिया। इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से सर्वश्री दत्ताराम घाग एवं मधुकर मोरे उपस्थित थे।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात