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ईसाई मिशनरियों का हिन्दुओं के धर्मांतरण का षड्यंत्र रोकने हेतु हिन्दू सिद्ध हों ! – श्री. नरेंद्र सुर्वे, प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति

कल्याण में ‘हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा’ !

कल्याण (मुंबई) : आज ईसाई मिशनरी प्रार्थना आयोजन की आड में ईसाई पंथ का प्रसार और प्रचार करने के लिए प्रतिदिन नये नये हातखंडे आजमा कर हिन्दुओं का धर्मांतरण कर रहे हैं ! इसके लिए हिन्दुओं ने जागृत एवं संगठित होकर संघर्ष करना होगा। कल्याण के जागरूक हिन्दुओं ने बालसंस्कारवर्ग की आड में किया जा रहा, साथ ही उपनगरीय रेल में किया जा रहा संभावित धर्मांतरण रोका है ! हम निरंतर ऐसे प्रयास कर हिन्दुओं को धर्मांतरण से बचा सकते हैं और उसके लिए ही हिन्दू जनजागृति समिति कार्य कर रही है।

श्री. नरेंद्र सुर्वे

अब ईसाई मिशनरियों का षड्यंत्र रोकने के लिए हिन्दुओं को सिद्ध रहने की आवश्यकता है। हिन्दू जनजागृति समिति के प्रवक्ता श्री. नरेंद्र सुर्वे ने यहां की हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा में ऐसा प्रतिपादित किया। यहां के पश्चिम क्षेत्र के अन्नपूर्णानगर में आयोजित इस सभा में उपस्थित धर्माभिमानियों ने उपर्युक्त वक्तव्य पर तालियां बजा कर प्रतिसाद दिया और मानो संगठित होने के लिए अपनी सकारात्मक स्वीकार्यता दर्शाई !

सनातन संस्था की वैद्या (श्रीमती) दीक्षा पेंडभाजे ने अपने संबोधन में कहा कि आज एक ओर ईसाई मिशनरी अपने पंथ का प्रसार कर हिन्दुओं का धर्मांतरण कर रहे हैं, तो दूसरी ओर धर्मांध हिन्दू युवतियों को प्रेम के झूठे जाल में फंसाकर उनका धर्मांतरण कर रहे हैं ! इस कारण अब हिन्दुओं के अल्पसंख्यक बनने की स्थिति आ गई है। हिन्दुओं को इस संकट से बचाने के लिए धर्मशिक्षा की आवश्यकता है। हिन्दू महिलाएं न्यूनतम कुंकुम लगाकर अपनी संस्कृति को टिकाए रखने का प्रयास करें ! सनातन संस्था की वैद्या (श्रीमती) दीक्षा पेंडभाजे ने ऐसा आवाहन किया।

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श्री. महेश मुळीक ने इस सभा का सूत्रसंचालन किया। इस सभा में लगभग १५० धर्माभिमानी उपस्थित थे। सभा स्थल पर पुलिस विभाग की गुप्तचर शाखा एवं महिला पुलिसकर्मियोंसहित ३० पुलिसकर्मी उपस्थित थे। उन्होंने सभा का चित्रीकरण भी किया।

सहयोग

१. यहां के वरिष्ठ नागरिक संघ के श्री. देशपांडे एवं श्री. विजय वावू ने सभा के लिए सहयोग दिया।

२. यहां के अध्यापक श्री. पुराणिक ने फलकों पर सभा से संबंधित चौकट लिख कर धर्मकार्य में अपना योगदान दिया।

उल्लेखनीय

१. अन्नपूर्णानगरी में स्थित भूपतराव दादीजी का संपूर्ण परिवार चलचित्र देखने गया था; परंतु दादीजी सभा में उपस्थित थीं !

२. एक ऑटोरिक्शा चलानेवाले व्यक्ति ने सभा का विषय सुन कर अपने ऑटोरिक्शा पर सभा की पत्रिका लगाकर सभा का प्रसार किया !

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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