अजगणी, खेड (जिला रत्नागिरी, महाराष्ट्र) की ग्रामसभा में मार्गदर्शन
लोटे : छत्रपति शिवाजी महाराज ने केवल तलवार के बल पर नही, अपितु जगदंबा की उपासना एवं संतों के आशीर्वाद के बल पर ही ५ पातशाहियों को झुका कर हिन्दवी स्वराज्य स्थापित किया ! हमें भी हिन्दू राष्ट्र स्थापना के इस धर्मकार्य में सम्मिलित होने हेतु साधना के बल की आवश्यकता है। डॉ. हेमंत चाळके ने ऐसा प्रतिपादित किया।
अजगणी, खेड के त्रिमूर्ति मित्रमंडल की ओर से श्रीदत्त मंदिर में दत्त्तजयंती के उपलक्ष्य में आयोजित हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा में ‘साधना एवं हिन्दू राष्ट्र स्थापना’ इन विषयों पर वे बोल रहे थे। इस समय उन्होंने उपस्थित लोगों को ‘मनुष्य जीवन में साधना की आवश्यकता’ एवं ‘श्री दत्त्तगुरु की उपासना’ का महत्व विशद किया।
सदगुरु दीपकनाथ महाराज के मार्गदर्शन के अनुसार अजगनी में श्री दत्त्तमंदिर का निर्माण हुआ। इस संदर्भ मे गावप्रमुख श्री. विठ्ठल नायनाक ने गुरुपरंपरा एवं सांप्रदायिक भक्ति की महिमा विशद की। यहां सनातन संस्था की ओर से लगाई गई ग्रंथ प्रदर्शनी को भी अच्छा प्रतिसाद मिला। इस अवसर पर मंडल के अध्यक्ष श्री. रवींद्र सखाराम बुरटे एवं श्री चंद्रकांत गोसावी के साथ हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. विष्णु साळुंके, सनातन संस्था के श्री. ज्ञानदेव पाटिल एवं श्रीमती विमल पाटिल के साथ १३० धर्मप्रेमी उपस्थित थे।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात