हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभाआें को दबाने का प्रयास निंदनीय ! – गंगाधर कुलकर्णी, श्रीराम सेना
शिवमोग्गा (कर्नाटक) : शिवमोग्गा एवं मंगलुरु में आयोजित हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभाआें की अनुमति के संदर्भ में कर्नाटक सरकार तथा पुलिस प्रशासन द्वारा पहुंचाए गए कष्ट देखकर हम भारत में हैं अथवा पाकिस्तान में ?, यह प्रश्न उठता है । हिन्दुआें को सरकार की इस हिन्दूविरोधी नीति का कठोरता से विरोध करना चाहिए । पुलिस प्रशासन ऐसे राष्ट्रहितैषी कार्यक्रमों को दबाने की अपेक्षा मदरसों में चलनेवाली गतिविधियों की ओर ध्यान देता, तो उनके कर्तव्य का निर्वहन हो जाता । अब हिन्दुआें को विगत १ सहस्र वर्षों से उन्हें दिए जा रहे कष्ट दूर करने हेतु प्रयास करना और हिन्दू धर्म की रक्षा करना अत्यंत आवश्यक है । श्रीराम सेना के श्री. गंगाधर कुलकर्णी ने ऐसा प्रतिपादित किया । यहां आयोजित हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा में वे ऐसा बोल रहे थे । इस सभा में हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. मोहन गौडा, रणरागिनी शाखा की श्रीमती विदुला हळदीपुर और सनातन संस्था की श्रीमती कावेरी रायकर ने भी मार्गदर्शन किया । श्री. कुलकर्णी ने समिति के प्रति गौरवोद्गार व्यक्त करते हुए यह भी कहा कि हिन्दू जनजागृति समिति समाज में जागृति लाने का बहुत बडा कार्य कर रही है ।
क्षणिकाएं
१. सभा समाप्त होने में समय लगनेपर भी ७५ प्रतिशत धर्मप्रेमी सभा के अंततक उत्साह के साथ उपस्थित थे ।
२. समूहचर्चा के कार्यक्रम में ६७ धर्मप्रेमियों ने भाग लिया ।
पुलिस प्रशासन द्वारा पहले दी गई अनुमति अंतिम क्षण मेें जानबूझकर अस्वीकार
आधुनिकतावादियों को जनता दल (धर्मनिरपेक्ष) तथा कांग्रेस सरकार की यह असहिष्णुता कभी नहीं दिखाई देती, यह ध्यान में लें !
पहले इस सभा को खुले प्रांगण में करना सुनिश्चित किया गया था; किंतु पुलिस प्रशासन ने सभा से एक दिन पहले इसके लिए पहले दी गई अनुमति को अस्वीकार किया, जिससे कि दूसरे एक सभागार में सभा का नियोजन किया गया । इस सभा के समय ही जिला प्रशासन की ओर से ‘सह्याद्री उत्सव’ का आयोजन किया गया था, अपितु हिन्दुत्वनिष्ठों ने इस सभा में सहभागी होकर सभा को समर्थन दिया ।