हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा के माध्यम से माहीम में हिन्दू संगठन !
मुंबई : देश में हो रहे आतंकी आक्रमण, साथ ही धर्मपर विविध माध्यमों द्वारा हो रहे आघातों को रोकने हेतु ‘मैं अकेला क्या कर सकता हूं ?’ एेसा विचार करना बंद कर अब हिन्दुआें को संगठित होकर क्रियाशील बनना चाहिए । हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. बळवंत पाठक ने एेसा प्रतिपादित किया । १७ फरवरी को यहां के श्रीराम मंदिर में हिन्दू जनजागृति समिति की आेर से आयोजित हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा में वे बोल रहे थे ।
इस अवसरपर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के श्री. हरेश मरदे उपस्थित थे । इस सभा में १०० से भी अधिक राष्ट्रप्रेमी उपस्थित थे ।
श्री. बळवंत पाठक ने आगे कहा कि, हमारा धर्म अंधकार से प्रकाश की ओर ले जानेवाला धर्म है; किंतु आज हम हमारे धर्म की उपेक्षा कर मनुष्य को अधोगति की ओर ले जानेवाली पाश्चात्त्य संस्कृति के अधीन हो चुके हैं ।
आज के युवकों को शिवजयंती कब होती है, यह भी ज्ञात नहीं होता; किंतु वे वैलेंटाईन डे मनाने की योजना एक सप्ताह पहले बनाते हैं । इस रोकने हेतु हिन्दुअें को धर्मशिक्षा लेकर उसके अनुसार आचरण करना चाहिए ।
प्रतिसाद
१. इस समय धर्मशिक्षावर्ग आरंभ करने की मांग की गई ।
२. परिसर में इसी प्रकार से सभा लेने की मांग की गई ।
३. उपस्थित राष्ट्रप्रेमियों ने सभा के पत्रक प्रायोजित किए आैर इसके आगे भी प्रायोजित करने की सिद्धता दर्शाई ।
४. समीक्षा बैठक में अनेक युवक उपस्थित थे, उन्होंने इस कार्य में सहायता करने की बात कही ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात