Sacred Games
१. नेटफ्लिक्स इंडिया की पॉपुलर सीरीज सैक्रेड गेम्स का दूसरा सीजन रिलीज हो चुका है और फैंस के बारे में बात करते नहीं थक रहे हैं। शो में गायतोंडे ना केवल गुरूजी के प्यार और अटेंशन के लिए मर रहा था बल्कि साथ में दोनों को सेक्स करते हुए भी दिखाया गया है. इन दोनों का रिश्ता किसी भी अन्य रिश्ते से अलग था और इसमें कोई बंदिशें नहीं थीं। गुरूजी और गायतोंडे के सीन्स की चर्चा हर तरफ है. ऐसे में इस बात पर ध्यान देना जरूरी है कि कैसे भारतीय सिनेमा दो मर्दों के बीच के रिश्ते, उनकी सेक्सुअलिटी और एक दूसरे के प्रति फीलिंग को दिखने में पीछे नहीं हट रहा है। ऐसा दिखाकर गुरु – शिष्य परंपरा का अवमान किया है।
२. सेक्रेड गेम्स-2 के एक दृश्य जिसमें अभिनेता सैफ अली खान अपने काडा को समुद्र में फेंकते हुए दिखाई देते हैं। सिख धर्म के पांच ककारों में से एक कड़ा के अपमान को लेकर सिरसा ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वे सेक्रेड गेम्स-2 इस क्लिप के बारे में बता रहे हैं। सिरसा ने कहा- अपने प्रोजेक्ट में केवल सनसनी फैलाने और मनोरंजन के लिए सिखों का नकारात्मक किरदार पेश करने से पहले अनुराग कश्यप कम से कम हिंदू और सिख धर्मों के बारे पढ़ लें।
लैला
नेटफ्लिक्स, एक अमेरिकन ऑनलाइन मीडिया स्ट्रीमिंग कंपनी, ने एक शो का ट्रेलर रिलीज़ किया है। शो ‘लैला’ १४ जून से आने वाला है। इस शो में एक ऐसे काल्पनिक भविष्य की कल्पना की गई है जहाँ ‘हिन्दू राष्ट्रवादियों’ का राज्य की मशीनरी पर कब्जा हो जाता है।
जो ट्रेलर अभी रिलीज किया गया है, उसमे एक हिन्दू महिला मुस्लिम पुरुष से शादी करती है, उससे पैदा हुई लडकी का नाम ‘लैला’ है। बेटी, हिन्दू राष्ट्रवादियों द्वारा उससे दूर कर दी जाती है क्योंकि मुस्लिम पिता होने के कारण वह ‘शुद्ध’ नहीं है। तब मुख्य किरदार का आगमन होता है जो उसे राज्य द्वारा संचालित एक शिक्षा केंद्र में भेज देता है जहाँ लोगों का ब्रेन वाश किया जा रहा है।
पूरे ट्रेलर में हिन्दू प्रतीकों का नकारात्मक तरीके से खूब इस्तेमाल हुआ है। ‘जय आर्यावर्त’ उस काल्पनिक अराजक राज्य का नारा है। जहाँ पर लोगों के साथ धर्म के नाम भेदभाव हो रहा है। जिसे राज्य का संरक्षण प्राप्त है। यहाँ तक इस कहानी का खलनायक भी हिन्दू प्रतीकों से लदा है।
ट्रेलर देखकर ये साफ पता चल रहा है कि पूरे शो में एंटी हिन्दू प्रोपेगेंडा की भरमार है। सब कुछ बडी चालाकी से वर्तमान सरकार को ध्यान में रखकर, लोगों को एक काल्पनिक माहौल से डराने के लिए इस तरह के शो बनाए जा रहे हैं। वैसे भी तथाकथित ‘लिबरल्स’ बहुत पहले से ही ‘मोदी फोबिया’ से ग्रसित हैं। और हर तरह से देश में एक नकारात्मक माहौल बनाने और दहशत फैलाने में लगे हैं।
सोशल मीडिया पर नेटफ्लिक्स के इस प्रोग्राम के प्रति लोगों ने अपनी नाराजगी जाहिर करनी शुरू कर दी है।
Yet another propaganda to portray "Hindu men as bad", "Hindu men as evil", "Hindutva as Terrorism".
I hope majority realize this self hate campaign Left is seeding in them. https://t.co/Ly7LY3Sus0— Madhur (@ThePlacardGuy) May 17, 2019
हालाँकि, यह पहली बार नहीं है, जब नेटफ्लिक्स ने हिन्दू भावनाओं से खिलवाड किया है। उनकी छवि को नकारात्मक तरीके से पेश किया गया हो। एंटी हिन्दू नैरेटिव को स्थापित करने का प्रयास नेटफिक्स लगातार कर रहा है। ‘Ghoul’ और ‘Sacred Games’ के बाद ‘लैला’ के रूप में यह तीसरा प्रयास है। इसका निर्देशन दीपा मेहता, शंकर रमन और पवन कुमार ने किया है। शो प्रयाग अकबर के नॉवेल पर आधारित है।
स्त्रोत : ऑपइंडिया