पुणे में आयोजित पत्रकार परिषद में हिन्दुत्वनिष्ठों का आवाहन
पुणे : महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव में समस्त हिन्दुओं ने शिवसेना-भाजपा गठबंधन को पूर्ण बहुमत दिया; किंतु उसके पश्चात भी सरकार स्थापन न होने से महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू किया गया। हाल ही में वारकरी संगठनों की फेरी में सुरक्षा के अभाव के कारण उन्हें अपने प्राण गंवाने पडे। कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस के कार्यकाल में हिन्दुओं के साथ हुए अन्याय को ध्यान में लेते हुए महाराष्ट्र में हिन्दुत्व की विचारधारावाली सरकार ही बननी चाहिए ! शिवसेना एवं भाजपा ने हिन्दुत्व विचार कर महाराष्ट्र को एक स्थिर सरकार देकर समस्त हिन्दुओं की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। समस्त हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की ओर से ऐसा आवाहन किया गया। पुणे के गांजवे चौक पर स्थित पत्रकार भवन में समस्त हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की ओर से पत्रकार परिषद आयोजित की गई। इसमें समस्त हिन्दू प्रकोष्ठ, हिन्दू महासभा, हिन्दू राष्ट्र सेना, हिन्दू एकता आंदोलन, हिन्दू जनजागृति समिति, राष्ट्रीय वारकरी परिषद, राजे शिवराय प्रतिष्ठानसहित अन्य हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। इस पत्रकार परिषद में उपस्थित मान्यवरों ने हिन्दुत्वनिष्ठों की भावना रखते हुए अपना मत प्रदर्शन किया।
हिन्दुओं की समस्याओं के समाधान के लिए राज्य में हिन्दुत्व की विचारधारावाली सरकार ही बननी चाहिए ! – श्री. मिलिंद एकबोटे
शिवसेना और कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस में मुस्लिम आरक्षण, शिवजयंती तिथि के अनुसार मनाएं अथवा दिनांक के अनुसार मनाई जाए ?, कांग्रेसद्वारा थोपा गया भगवा आतंकवाद जैसे कई सूत्रों पर तीव्र मतभेद हैं ! उन्हें बाजू में रखकर गठबंधन करना हिन्दुत्व के लिए संकटकारी सिद्ध होगा !
शिवसेना-भाजपा गठबंधन के कार्यकाल में अनेक अच्छे कार्य संपन्न हुए हैं ! अभी भी दादोजी कोंडदेव की मूर्ति की पुनर्स्थापना करना, प्रतापगढ पर स्थित अवैध निर्माण को हटाना जैसे कई सूत्रों पर कार्य करना है। इन और ऐसे अनेक कार्याें को पूर्ण करने हेतु राज्य में हिन्दुत्व की विचारधारावाली सरकार ही चाहिए। इन दोनों राजनीतिक दलों ने दिवंगत अटलबिहारी वाजपेयी एवं हिन्दूहृदयसम्राट बाळासाहेब ठाकरे की विरासत को आगे बढाना चाहिए। हमें हिन्दुत्व की भूमिका के संदर्भ में पू. संभाजीराव भिडेगुरुजी का भी आशीर्वचन प्राप्त हुआ है !
दोनों राजनीतिक दल मिल कर महाराष्ट्र में स्थिर सरकार दें ! – श्री. सुनील घनवट, हिन्दू जनजागृति समिति
हिन्दू जनजागृति समिति ने महाराष्ट्र में सत्तास्थापना के संदर्भ में उत्पन्न स्थिति के संबंध में विज्ञप्ति के माध्यम से अपनी भूमिका रखी है। महाराष्ट्र की जनता का महायुती के पक्ष में जनादेश मिला है। इसी भूमिका से महाराष्ट्र के इन दोनों राजनीतिक दलों के नेताओं ने मिल कर महाराष्ट्र में स्थिर सरकार देनी चाहिए। जब पुणे के हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन संगठित होकर अपनी भूमिका रखते हैं, तब केवल महाराष्ट्र ही नहीं, अपितु संपूर्ण देश उसका संज्ञान लेता है ! इस पत्रकार परिषद के पश्चात भाजपा और शिवसेना ये दोनों राजनीतिक दल हिन्दुओं की भावनाओं का निश्चितरूप से सम्मान करेंगे, ऐसी हिन्दुत्वनिष्ठों को आशा है !
कांग्रेस एवं (अ)राष्ट्रवादी कांग्रेस को पुनः सत्ता में नहीं लेना चाहिए ! – श्री. समीर कुलकर्णी
आजतक कांग्रेस गठबंधन के कार्यकाल में बडे आतंकी आक्रमण हुए। कांग्रेस का सनातन धर्म के प्रति समाज में विकृति फैलाने का षड्यंत्र सर्वविदित है। हर बार देशद्रोहियों का समर्थन करने का काम राष्ट्रवादी कांग्रेस ने किया है ! ऐसे राजनीतिक दलों को अपने साथ लेकर सरकार बनाना अनाकलनीय है; इसीलिए कांग्रेस और (अ)राष्ट्रवादी कांग्रेस को पुनः सत्ता में नहीं लेना चाहिए !
हिन्दुत्व की विचारधारावाली सरकारा ही नक्सली गतिविधियों को रोक सकती है ! – श्री. सचिन पाटिल, हिन्दू राष्ट्र सेना
हाल ही में कथितरूप से विचारक के रूप में जाने जानेवाले कुछ व्यक्ति किस प्रकार से नक्सली गतिविधियों में संलिप्त हैं, यह उजागर हुआ है ! इन विचारों को बल देनेवाला हिन्दूविरोधी शासन पुनः सत्ता में आया, तो नक्सलवाद को पुनः प्रोत्साहन दिया जाएगा ! एक देहली में है वैसी जेएनयू जैसी संस्था भविष्य में महाराष्ट्र में नहीं खडी होनी चाहिए ! हिन्दुत्व की विचारधारावाला भाजपा-शिवसेना का शासन ही ऐसी सभी देशविघातक गतिविधियों को रोक सकता है !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात