‘महाशिवरात्रि के दिन शिवजी पर दुग्धाभिषेक करने की अपेक्षा वहीं दूध दान करें ।’ — रोट्रॅक्ट क्लब का धर्मद्रोही अभियान !
- हिन्दुओं के त्योहारों के समय आधुनिकतावादियों का हिन्दूविरोधी सामाजिक कार्य !
- क्या ये पुरोगामी मुसलमानों का मातम अथवा ईसाईयों की प्रार्थना सभा में जाकर उपदेश देने का साहस करते हैं ?
- महाशिवरात्रि के दिन शिवतत्त्व वातावरण में अधिक मात्रा में प्रक्षेपित होता है । अतः श्रद्धालुओ को चैतन्य का लाभ होता है । श्रद्धालु श्रद्धा से शिवपिंडी पर दुग्धाभिषेक करते हैं । श्रद्धालुओं को उसका लाभ आध्यात्मिक स्तर पर प्राप्त होता है । किंतु यह धर्मशास्त्र जानकर धर्माचरण को विरोध प्रदर्शित करनेवाले ये धर्मविरोधक ही हैंं !
डोंबिवली (जिल्हा ठाणे) — यहां के 2 शिवमंदिरों में रोट्रॅक्ट क्लब के युवा विभाग की ओर से श्रद्धालुओं द्वारा श्रद्धा से शिवपिंडी पर अर्पण करने हेतु लाया गया दूध निर्धनों को देने के नाम पर संकलित किया जा रहा था । हिन्दुओं की धार्मिक भावना आहत करनेवाला यह प्रकार सनातन संस्था की साधिका, साथ ही हिन्दु जनजागृति समिति, बजरंग दल तथा अन्य हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के कार्यकर्ताओं ने प्रतिबंधित किया ।
1. यहां के पूरब के कोटेश्वर मंदिर में सनातन संस्था द्वारा सनातन संस्था के सात्त्विक उत्पादनं तथा ग्रंथों का वितरण केंद्र आयोजित किया गया था । उस समय वहां रोट्रॅक्ट क्लब के डोंबिवली के युवा विभाग की ओर से श्रद्धालुओं द्वारा श्रद्धापूर्वक शिवपिंडी पर अर्पण करने हेतु लाया गया दूध निर्धनों को देने के नाम पर संकलित किया जा रहा था । यह अनुचित प्रकार सनातन संस्था की साधिका श्रीमती प्रतिमा शिंपी के ध्यान में आया । उन्होंने उन युवकों का प्रबोधन कर उन्हें धर्मशास्त्र के बारें में बताया; किंतु युवकों ने दूधसंकलन करते ही रहें ।
2. तत्पश्चात् श्रीमती शिंपी ने इस अपप्रकार के संदर्भ में हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ता, बजरंग दल के ठाणे जिल्हा गोरक्षा प्रमुख श्री. मोतीराम गोंधळी, बजरंग दल के श्री. आकाश पाटिल तथा अन्य हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के कार्यकर्ताओं को बताया । कुछ कालावधी में ही विविध संगठनों के हिन्दुत्वनिष्ठ वहां उपस्थित हुए ।
3. उस समय बजरंग दल के डोंबिवली ग्रामीण विभाग के प्रखंड प्रमुख श्री. समीर भोईर ने उन युवकों को पूछा, क्या आप ने पुलिस अथवा मंदिर के व्यवस्थापकों की अनुमती प्राप्त की है ? इस प्रश्न पर वे युवक अनुत्तरित हुए । (ऐसे सतर्क हिन्दु ही हिन्दु धर्म की वास्तविक शक्ति हैं । प्रत्येक हिन्दु को इस प्रकार धर्म पर आनेवाली आपत्ति का प्रतिकार करने के लिए सिद्ध होना चाहिए ! — संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
4. मंदिर के न्यासियों ने भी इन युवकों को उपर्युक्त कार्य करने के लिए विरोध दर्शाया । साथ ही यह भी बताया कि, ‘तुम्हारा यह प्रकार हिन्दुओं की धार्मिक भावना आहत करनेवाला है । यह अनुचित एवं गम्भीर प्रकार है ।’
5. तदनंतर कुछ समय में ही रोट्रॅक्ट क्लब के कार्यकर्ता वहां से निकल गए ।
6. ऐसा ही प्रकार रोट्रॅक्ट क्लब की ओर से यहां के पिंपळेश्वर महादेव मंदिर में भी घट रहा था । यह प्रकार हिन्दु जनजागृति समिति के श्री. अजय संभूस के निदर्शन में आने के पर उन्होंने पुलिस की सहायता से उन युवकों को यह प्रकार प्रतिबंधित करने के लिए विवश किया ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात