अमरावती : यहां हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से चल रहे ऑनलाइन स्वरक्षा प्रशिक्षणवर्ग में २९ मई को झांसी की रानी लक्ष्मीबाई का बलिदान दिवस मनाया गया । रानी लक्ष्मीबाई का शौर्य और धर्मप्रेम आज के युवकों में जागृति हो; इस उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था । धर्मप्रेमी श्रीमती अर्चना मावळे ने रानी लक्ष्मीबाई के जीवन के शौर्य के प्रसंग बताकर युवतियों में क्षात्रतेज एवं मनोबल जागृत किया । इस अवसरपर कु. प्रियांका निंघोट ने प्रधानता लेकर रानी लक्ष्मीबाई के जीवन के कुछ प्रसंग बताए । वर्धा जनपद की श्रीमती वेदश्री येणणे ने ‘खूब लडी मर्दानी, वह तो झांसीवाली रानी थी’ कविता गाई । ‘झांसी की रानी की जय हो’ की घोषणा से कार्यक्रम का समापन किया गया । इस कार्यक्रम में वर्धा, अकोला, यवतमाळ, हिंगणघाट, नागपुर एवं अमरावती के ५० युवतियां ऑनलाइन उपस्थित थीं ।