१२५ से भी अधिक हिन्दुत्वनिष्ठ उपस्थित !
जलगांव : ३१ मई को उत्तर महाराष्ट्र, मराठवाडा एवं विदर्भस्तरीय हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के पदाधिकारियों की ऑनलाइन बैठक ली गई । इस बैठक में सनातन के धर्मप्रचारक पू. अशोक पात्रीकरजी ने भावी भीषण संकटकाल एवं आध्यात्मिक बल बढाने का महत्त्व विषयपर मार्गदर्शन किया, तो हिन्दू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ राज्य संगठक श्री. सुनील घनवट ने ‘विकृत सेक्युलैरिजम के कारण हिन्दुओं का दमन एवं हिन्दू राष्ट्र’ विषयपर उपस्थित पदाधिकारियों को संबोधित किया ।
संकटकाल से पार होने हेतु साधना कर स्वयं का आध्यात्मिक बल बढाना आवश्यक ! – पू. अशोक पात्रीकरजी
विश्वभर के अनेक भविष्यवेत्ता एवं संतों ने आगामी संकटकाल भीषण होने की तथा उससे पार होने हेतु साधना कर आध्यात्मिक बल बढाने की आवश्यकता प्रतिपादित की है । विविध संप्रदायों के संतों ने की हुई भविष्यवाणियों के अनुसार आनेवाले समय में सुनामी, चक्रवात, अतिवृष्टि, अनावृष्टि जैसे संकट आएंगे और नरसंहार होगा । भगवान श्रीकृष्णजी ने भगवद्गीता में बताए अनुसार ‘न मे भक्त: प्रणश्यति !’ अर्थात ‘मेरे भक्त का कभी नाश नहीं होता’, इस वचन के अनुसार हमें ईश्वर का भक्त बनने की ओर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है ।