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देशविरोधी गतिविधियों में संलिप्त PFI तथा SDPI पर प्रतिबन्ध लगाने की ट्विटर पर उठी मांग, ट्रेंड हुआ #BanPFI_StopRiots

राष्ट्रीय ट्रेंड में तृतीय स्थान पर

हाल ही में हुए बैंगलुरु दंगों के पीछे ‘पॉप्‍युलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ (PFI) के राजकीय संगठन सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) का नाम सामने आया है। कर्नाटक के मंत्री के.एस. ईश्वरप्पा ने कहा कि, SDPI एक राष्ट्रविरोधी संगठन है, हम इसपर प्रतिबन्ध लगाने का विचार कर रहे हैं। ‘नागरिकता संशोधन विधि’के विरुद्ध हिंसा फैलानेवाले प्रकरण में उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग ने जिहादी संगठन ‘पॉप्‍युलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ (पी.एफ्.आय.) के १०८ कार्यकर्ताओं को बंदी बनाया । फरवरी २०२० में हुए दिल्ली दंगों में भी PFI का नाम आया है ।

पीएफआइ के इस राष्ट्रविरोधी इतिहास को देखते हुए #BanPFI_StopRiots यह हॅशटॅग आज ट्विटर ट्रेंड हुआ दिखाई दिया । इस ट्रेंड में राष्ट्रप्रेमियों ने गृह मंत्रालय से PFI तथा SDPI इन कट्टर इस्लामी संगठनों पर प्रतिबन्ध की मांग की । यह ट्रेंड तिसरे स्थान पर था ।  इस ट्रेंड में  ३० हजार से अधिक ट्विट्स हुए ।

हिन्दू जनजागृति समिति ने भी अपने वेबसाइट पर इन संगठनों पर प्रतिबन्ध लगाने हेतु ऑनलाइन हस्ताक्षर अभियान (Online Petition) शुरु किया है । ट्रेंड में समिति ने भी ज्यादा से ज्यादा संख्या में पेटीशन द्वारा ईमेल भेजने का आवाहन किया ।

राष्ट्रप्रेमियों ने ट्वीट करते हुए कहा, सिमी पर जब बैन लगा उसके तुरंत बाद ही PFI का निर्माण कर लिया गया था। PFI इस संगठन की कार्यप्रणाली सिमी से मिलती जुलती थी। छुपे तरीके से देश को तोडने का षड्यंत्र कर रही है । इस पर तुरंत प्रतिबन्ध लगाना चाहिए ।

एक ने कहा, 107 राजनीतिक हत्या, 87 दंगा, घृणा अभियान, आतंकी प्रशिक्षण गतिविधियां, अपहरण के मामले, लव जिहाद, मनी लॉन्ड्रिंग के मामले आदि गंभीर आरोप होनेवाले ऐसे संगठन पर अब तक प्रतिबन्ध क्याें नही ?

ट्रेंड के कुछ ट्विट्स…

Tags : PFI

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