राष्ट्रीय ट्रेंड में द्वितीय स्थान पर
पिछले अनेक वर्षों सें नाटक, सिनेमा, कॉमेडी शो, लेख, पुस्तके, विज्ञापन आदि विविध माध्यमों से हिन्दू धर्म, हिन्दू देवी-देवता, हिन्दू समाज तथा साधू-संत इत्यादि का निरंतर अवमान किय जाता है । अनेक बार यह ध्यान में आया है कि यह अवमान करते समय धर्म, देवी-देवता आदि के विषय में बहुत निचले स्तर पर जाकर शब्दों का उपयोग किया जाता है । इन सब का हिन्दू समाज विरोध तो करता है, परंतु इस अपमान के विरूद्ध ठोस कानूनी प्रावधान ना होने के कारण हिन्दू धर्म, देवता आदि का अवमान करनेवालों पर अंकुश नहीं लगता ।
हाल ही में तांडव वेबसीरिज द्वारा भगवान शिवजी का अनादर किया, उसके कुछ दिन पूर्व कॉमेडियन मुनव्वर फारूखी ने मनोरंजन के नामपर एक शो में प्रभु श्रीराम-माता सिता का उपहास उडाकर अनादर किया । इन घटनाओं से हिन्दुओं में आक्रोश है । आज ट्विटर पर भी यह देखने को मिला । दोपहर से #IndiaWants_BlasphemyLaw यह हॅशटॅग ट्रेंड हुआ । इसके साथ ही #ईशनिंदा_कानून_चाहिए यह हॅशटॅग भी चौथे क्रमांक पर था । समाचार लिखने तक यह ट्रेंड द्वितीय स्थान पर है तथा ट्रेंड में 35 हजार से अधिक ट्विट्स हुए है ।
इस ट्रेंड में ईशनिंदा कानून को शीघ्र लागू करने की सरकार से मांग की गई । साथ ही अनादर करनेवाले लोगों पर कठोर कार्यवाही हों, ऐसी मांग की भी कई ।
हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा ऑनलाईन पेटीशन
इस विषय में समिति ने अपने वेबसाइट पर ऑनलाइन अभियान शुरु किया है । जिसके द्वारा लोग ईशनिंदा कानून को भारत में लागू करने की मांग सीधे सरकार तक ईमेल द्वारा पहुंचा सकते है । निम्न लिंक पर यह पेटीशन है…
Sign the petition – https://www.hindujagruti.org/hindi/hindu-issues/india-wants-blasphemy-law