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सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से कर्नाटक में ‘राज्यस्तरीय ऑनलाइन वार्ताहर प्रशिक्षण शिविर’ का आयोजन

समाज में घटनेवाली प्रत्येक घटना की ओर समाचार के रूप में देखकर उसे जनउद्बोधन के लिए तैयार किया गया, तो उससे हमारी समष्टि साधना अच्छी होगी ! – पू. रमानंद गौडा, धर्मप्रचारक, सनातन संस्था

मंगलुरू (कर्नाटक) : आज पत्रकारिता समाज का प्रभावशाली माध्यम बन चुका है । समाज में घटनेवाली प्रत्येक जानकारी को उचित दृष्टिकोण देना, उसे जनतातक पहुंचाकर उसके माध्यम से जागृति करना और उसके अनुसार समाचार तैयार करना अत्यंत महत्त्वपूर्ण है । इस माध्यम से हमारी समष्टि साधना होगी । ईश्‍वरनिष्ठ सनातन प्रभात के नियतकालिकों को नियमितरूप से समाचार पहुंचानेसहित उसमें उपयोग किए जानेवाले सात्त्विक शब्द, व्याकरण की दृष्टि से शुद्ध एवं सरलता से अर्थ समझनेयोग्य होने चाहिए । ऐसे सुंदर वाक्यों से युक्त समाचार पुष्पमाला के रूप में गुरुचरणों में अर्पण कर रहा हूं, इस भाव से समाचार तैयार किए गए, तो उससे हमारी साधना होती है । उसके लिए प्रत्येक साधक में जिज्ञासा, सिखने की वृत्ति एवं निरीक्षणक्षमता बढनी चाहिए । इस पद्धति से की गई सेवा से आनंद मिलता है । साधकों को समाचार तैयार करने की सेवा के संबंध में स्वयं में स्थित उदासीनता को दूर कर प्रत्येक घटनाओं, प्रसंगों एवं कार्यक्रमों के समाचार तैयार करना हमारा ही दायित्व है, इस भाव से प्रयास करने चाहिएं । हम में ये गुण अंतर्भूत हुए, तो प्रत्येक साधक एक अच्छा वार्ताहर बन सकता है । सनातन संस्था के धर्मप्रचारक पू. रमानंद गौडाजी ने यह मार्गदर्शन किया । सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से कर्नाटक में राज्यस्तर पर आयोजित किए गए ऑनलाइन वार्ताहरण प्रशिक्षण शिविर में मार्गदर्शन करते हुए वे ऐसा बोल रहे थे । अनेक साधकों ने इस शिविर का लाभ उठाया ।
इस अवसर पर सनातन संस्था के श्री. काशीनाथ प्रभु एवं श्रीमती मंजुळा गौडा ने साधना के संदर्भ में, तो हिन्दू जनजागृति समिति के राज्य प्रवक्ता श्री. मोहन गौडा एवं राज्य समन्वयक श्री. गुरुप्रसाद गौडा ने राष्ट्र एवं धर्म पर हो रहे आघातों के संदर्भ में मार्गदर्शन किया । ‘सनातन प्रभात’ के प्रतिनिधि श्री. प्रशांत हरिहर ने व्यापक पद्धति से समाचार कैसे बनाने चाहिएं, इसके संदर्भ में मार्गदर्शन किया ।

क्षणिका

इस शिविर में उपस्थित शिविरार्थियों ने इसके आगे अच्छी पद्धति से समाचार तैयार करने के लिए प्रयास करने की बात कही ।

राष्ट्र-धर्म के कार्य की जानकारी किसी प्रदेशतक सीमित न रखकर उसे व्यापक पद्धति से तैयार कीजिए ! – प्रशांत हरिहर, सनातन प्रभात

राष्ट्र एवं धर्म के कार्य के संबंध में किसी भी समाचार किसी प्रदेशतक सीमित न रखकर उसे राष्ट्रीय एवं धर्म की दृष्टि से बनाना चाहिए । ऐसा समाचार सनातन प्रभात नियतकालिकों, विविध सामाजिक माध्यमों, ‘डेलीहंट’ जालस्थल जैसे माध्यमों से लाखों लोगोंतक पहुंच जाता है । अतः घटना का सामाजिक मूल्य जानकर समाचार तैयार करना आवश्यक है ।

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