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करवाचौथ में ‘समलैंगिकता’ दिखानेवाला विज्ञापन हिन्दुओं के विरोध के बाद डाबर ने माफी मांगते हुए हटाया

हिन्दुओं के संगठित विरोध का परिणाम !

ट्विटर पर #BoycottFem हॅशटॅग हुआ था ट्रेंड

करवा चौथ पर डाबर फेम ब्लीच के विज्ञापन ने विवाद खडा किया था । विज्ञापन रिलीज होते ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस विज्ञापन में एक समलैंगिक जोड़े (लेस्बियन) को करवा चौथ मनाते हुए दिखाया गया था । इसके द्वारा हिंदू त्योहारों का मजाक उडाया गया था साथ ही हिन्दुओं की धर्मभावनाएं भी आहत हुई । इसके बाद हिन्दुओं ने डाबर के इस विज्ञापन का जोरदार विरोध करना शुरु किया । ट्विटर पर #BoycottFem यह हॅशटॅग भी ट्रेंड हुआ, जिसमें हिन्दुओं द्वारा डाबर से, यह विज्ञापन हटाने की मांग की गई । हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा भी ट्विट कर इसका विरोध किया गया । इस संगठित विरोध के बाद डाबर ने यह विज्ञापन अपने सोशल मीडिया के सभी प्लॅटफॉर्म्स से हटा दिया गया है । डाबर ने ट्विटर पर अपना माफीनामा जारी किया है ।

ट्रेंड द्वारा हुए विरोध के कुछ अंश

मध्य प्रदेश के मंत्री ने भी दर्ज कराई थी शिकायत

इस पूरे मामले पर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि, हिन्दू धर्म के धार्मिक त्यौहारों के लिए ही आखिर क्यों विज्ञापन और वीडियो-फोटो जारी किए जाते है। आज समलैंगिक या लेसबियन को व्रत करते हुए दिखा रहे है और कल फिर लड़कों (गे) को शादी करते हुए दिखाएंगे। अगर हिम्मत है तो दूसरे धर्मों को लेकर बनाकर दिखाओ। मैंने डीजीपी को निर्देश दिए हैं पूरे मामले की जांच करवाकर कंपनी को बताएं। कंपनी या तो विज्ञापन हटाए या फिर हम कार्रवाई करेंगे। हिन्दू धर्म के साथ इस तरह से कोई खिलवाड नहीं कर पाएगा।

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