मौजे सांगाव (जनपद कोल्हापुर) : पश्चिमी विकृति से संबंधित वैलेंटाईन डे मनाकर आज की युवा पीढी भटक गई है । यह युवा पीढी को अनुचित मार्ग पर ले जाने का षड्यंत्र है, साथ ही इसके पीछे बडे प्रतिष्ठानों का एक गुप्त अर्थकारण भी छिपा हुआ है । इस वैलेंटाईन डे के कारण आर्थिक हानिसहित भारतीय संस्कृति को असीमित हानि पहुंच रही है, अतः हम सभी मिलकर स्वैराचार का समर्थन कर समाजव्यवस्था को संकट में डालनेवाले वैलेंटाईन डे को सीमापार लगाएंगे, यह आवाहन हिन्दू जनजागृति समिति की श्रीमती विजया वेसणेकर ने किया । मौजे सांगाव में ६ फरवरी को आयोजित हल्दी-कुमकुम समारोह का आयोजन किया गया था, उसमें एकत्रित महिलाओं के सामने वे ऐसा बोल रही थीं ।
इस समय श्रीमती वेसणेकर ने हल्दी-कुमकुम समारोह का महत्त्व और रथसप्तमी के महत्त्व की भी जानकारी दी । इस कार्यक्रम का १०० महिलाओं ने लाभ उठाया । ‘नमो बचत समूह’ की अध्यक्षा श्रीमती माया दिलीप पाटिल एवं ग्रामपंचायत सदस्यों ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया था । श्रीमती भारती पाटिल ने इस कार्यक्रम के लिए स्थान उपलब्ध कराया । कई महिलाओं ने कार्यक्रम के उपरांत यह व्याख्यान उद्बोधन होने की, साथ ही सर्वत्र ऐसे व्याख्यानों का आयोजन होने की आवश्यकता व्यक्त की ।