महिला सम्मेलन में हिन्दू जनजागृति समिति का सहभाग !
अमरावती : आज महिलाएं शिक्षित बनी हैं; परंतु यदि वह स्वरक्षा कर सकी, तभी जाकर वह वास्तव में सक्षम बननेवाली है । बलात्कार की घटना होने पर जागृत होनेवाली महिलाओं को केवल मोमबत्ती निकालकर फेरियां न निकालकर महिलाओं की ओर कुदृष्टि से देखनेवाले असुरों को उचित पाठ पढाने का निश्चय करना आवश्यक है । उसके लिए ही प्रत्येक युवती और महिला को स्वरक्षा प्रशिक्षण लेकर आत्मनिर्भर बनना चाहिए । आज के समय में राष्ट्ररक्षा करनेवाली, स्वयं ही अपनी रक्षा करने में सक्षम और सुसंस्कारित पीढी तैयार करनेवाली स्त्रियों की आवश्यकता है, ऐसा प्रतिपादन अधिवक्ता (श्रीमती) प्राजक्ता जामोदे ने किया । यहां के अंबा मंगलम् कार्यालय में भरारी संघ एवं मातोश्री संघ की ओर से आयोजित महिला सम्मेलन का संबोधित करते हुए वे ऐसा बोल रही थीं ।
इस अवसरपर रणरागिनी शाखा की श्रीमती अर्चना मावळे ने स्वरक्षा के प्रदर्शन प्रस्तुत किए । उक्त विषय सुनकर और प्रदर्शन देखकर उपस्थित महिलाओं ने स्वरक्षा प्रशिक्षण लेने का निश्चय किया । इस सम्मेलन का लाभ परिसर की ३५० से अधिक महिलाओं ने उठाया ।