भारत में धर्मनिरपेक्षता के नाम पर अल्पसंख्यकों का तुष्टीकरण किया जाता है – अधिवक्ता कावेरी राणे, हिन्दू जनजागृति समिति
देवगड : हमारे देश में धर्मनिरपेक्षता के नाम पर हिन्दुओं के साथ पक्षपातपूर्ण व्यवहार किया जाता है, तो अल्पसंख्यकों को विशेष सुविधाएं दी जाती हैं । धर्मनिरपेक्षता को आगे कर हिन्दुओं को दुय्यम स्थान और अल्पसंख्यकों का तुष्टीकरण किया जाता है । हिन्दू धर्मपरंपराएं खंडित की जा रही हैं । आज के समय में हिन्दुओं और उनके मंदिरों पर आक्रमण हो रहे हैं । संगठित न होने के कारण हिन्दुओं की स्थिति दयनीय हुई है । बहुसंख्य हिन्दू समाज धर्मशिक्षित न होने से स्वधर्म की हानि होती हुई देखकर भी हिन्दू शांति से बैठा हुआ है । धर्मांध ‘लव जिहाद’, ‘थूक जिहाद’, ‘लैंड जिहाद’ जैसे जिहाद कर रहे हैं और उसमें ही बडी संख्या में हलाल प्रमाणपत्र प्राप्त उत्पाद बाजार में आ रहे हैं । इन सभी आघातों को रोकने के लिए अब हिन्दू राष्ट्र के बिना अन्य कोई विकल्प नहीं है, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समिति की अधिवर्क्ती (श्रीमती) कावेरी राणे ने किया ।
२३ मार्च को हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से देवगढ तहसील के खुडी गांव के श्री देवी हेदुबाई मंदिर में ‘हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा’ का आयोजन किया गया था, उसमें मार्गदर्शन करते हुए वे ऐसा बोल रही थीं । उन्होंने आगे कहा कि पश्चिमी संस्कृति का हिन्दुओं पर बढता चला जा रहा परिणाम, हिन्दुओं द्वारा स्वधर्म का आचरण न किया जाना और उसके कारण धर्म की हो रही हानि टालने हेतु हिन्दुओं का एक छत्रछाया के तले आना, साथ ही संगठित होना महत्त्वपूर्ण है । हम गांव-गांव में हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभाएं कर संगठित होंगे और धर्म पर प्रहार करनेवाली शक्तियों का लोकतांत्रिक पद्धति से विरोध करेंगे । हिन्दू राष्ट्र की शीघ्रातिशीघ्र स्थापना हो; इसके लिए हिन्दुओं को जातियों, पंथों और अपने मध्य के सभी मतभेदों को बाजू में रखकर हिन्दु के रूप में एकत्रित होना आवश्यक है । इस सभा का सूत्रसंचालन श्री. आनंद मोंडकर ने किया । इस सभा में १३० धर्मप्रेमी उपस्थित थे ।
क्षणिकाएं
१. इस सभा से संबंधित कार्य धर्मकार्य होने का ज्ञात होने पर कुछ धर्मप्रेमी हिन्दुओं ने अपने व्यक्तिगत मतभेदों को बाजू में रखकर इस सभा का प्रसार-प्रचार किया ।
२. सभा से पूर्व परिसर में तूफानी वर्षा हो रही थी; परंतु मंदिर के इर्द-गिर्द थोडीसी ही वर्षा हुई । उसके कारण सभा की तैयारी में किसी प्रकार की बाधा नहीं आई ।
३. सभा आरंभ होने पर अकस्मात ही बिजली की गडगडाहट के साथ वर्षा होने लगी; परंतु तब भी नगरिक शांति से सभा सुन रहे थे ।
४. सभा के उपरांत महिलाएं और पुरुष चर्चा के लिए रुके थे ।