करौली (राजस्थान) में नववर्ष के दिवस, धर्मांधों द्वारा हिन्दुओं पर किए आक्रमण का परिणाम !
- जहां हिन्दू अल्पसंख्यंक होते हैं, वहां घर्मांन्धो द्वारा उनपर आक्रमण कर, उन्हें पलायन के लिए विवश किया जाता है । यही अभी तक का इतिहास है और वर्तमान भी ! यदि हिन्दुओं ने इस स्थिति को बदलने का प्रयत्न नहीं किया, तो भविष्य में भारत में हिन्दू ‘अल्पसंख्यक’ कहने के लिए भी बचेंगे नहीं ; ये उन्हें ध्यान में रखना चाहिए !
- राजस्थान में, वर्तमान में कांग्रेस कि सत्ता है । इसलिए, धर्मान्धों को अधिक उन्माद चढा हैं । राजस्थान के हिन्दुओं को इसका विरोध करने के लिए संगठित होना चाहिए । – संपादक, हिन्दुजागृति
करौली (राजस्थान) – यहां, नववर्ष निमित्त हिन्दुओं द्वारा निकाली दुपहियां यात्रा (रैली) पर मुसलमान बहुल विभाग में आक्रमण होने पर हिंसाचार हुआ था । यहा अनेक हिन्दुओं की दुकानें जलाई गई थी । अब ये हिन्दू दुकानदारों ने उनकी दुकानों के सन्मुख, ‘यह संपत्ति विक्रय करना है’, ऐसे फलक लगाए हैं । धर्मान्धों के आक्रमण से ये हिन्दू दहशत में हैं । संपत्ति विक्रय कर पलायन के अलावा अन्य कोई पर्याय नहीं, ऐसा उनका कहना है ।
Helpless locals from Karauli whose shops were set on fire are leaving the area by putting their property on sale. #KarauliRiots pic.twitter.com/Mf9xt3DknZ
— PK (@PoliticalKidaIn) April 7, 2022
१. एक व्यापारी ने कहा कि, “इस अग्निकांड में हमारी बहुत हानि हुई है । हम पर ऋण भी है, यह भी संपत्ति विक्रय का कारण है । दहशत में हम जी नहीं सकते हैं । यह लोग (धर्मांध) भविष्य में हमारे साथ और दुष्टता से व्यवहार कर सकते हैं ।”
२. चंद्रशेखर गर्ग ने बताया कि, “हमारी ६० वर्ष पूर्व की दुकान है, तो भी हम वह विक्रय करने को तैयार हुए हैं । हमनें निरन्तर बन्धुभाव रखने का प्रयत्न किया, परन्तु हमें कहां ज्ञात था कि, वे (धर्मांध) इस प्रकार विश्वासघात करेंगे !”
भाजपा सांसद का दावा- ‘डर के वातावरण में 195 हिंदू परिवारों ने किया पलायन’
करौली हिंसा पर शनिवार को भाजपा के राज्य सभा सांसद डॉ. किरोडी लाल मीणा जिला कलेक्ट्रेट पर धरने पर बैठ गए हैं। उनका कहना है कि नव वर्ष पर निकाली गई रैली पर जिहादियों द्वारा पथराव से शहर में भय का वातावरण है। नेताओं और सरकार के दबाव में जिला पुलिस अपराधियों को बचा रही है। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि दोषियों को गिरफ्तार किया जाए और निर्दोष लोगों को प्रताड़ित न किया जाए।
किरोडी लाल मीण ने दावा कि शहर में बने डर के माहौल के कारण 195 हिंदू परिवार पलायन कर चुके हैं, जिसकी सूची प्रशासन को सौंपी है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार ने कई शहरों में धारा 144 लगा दी है। आखिर कांग्रेस को रामनवमी और हनुमान जयंती से इतनी घृणा क्यों है? श्रद्धालु यह पर्व कैसे मना सकेंगे ?
स्रोत : अमर उजाला