सातारा : अल्पसंख्यकों का तुष्टीकरण और बहुसंख्यक हिन्दुओं के साथ अन्याय करनेवाली धर्मनिरपेक्षता अर्थहीन है । देश की स्थिति देखकर क्या भारत में सचमुच ही सेक्युलर व्यवस्था का अस्तित्व है ?, यह प्रश्न उठता है । आज की भारतीय राजव्यवस्था केवल अल्पसंख्यकों के हित के लिए कार्यतर है और सेक्युलर व्यवस्था एक बनावटी व्यवस्था बन गई है और उसका उपयोग हिन्दुओं के साथ अन्याय करने के लिए हो रहा है, ऐसी आलोचना हिन्दू जनजागृति समिति की श्रीमती रूपा महाडिक ने की । ३ अप्रैल को सायंकाल ७ बजे वडूज के सातेवाडक्ष गांव में श्री जानुबाई मंदिर में यह सभा संपन्न हुई, उसमें वे ऐसा बोल रही थी ।
हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से आयेजित इस सभा में सरपंच किशोर बागल, सातेवाडी के युवा नेता विक्रम रोमन, अधिवक्ता गजानन फडतरे, अधिवक्ता सोमनाथ भरमगुंडे, पूर्व सरपंच कृष्णराव बनसोडे, तहसील पत्रकार संघ के अध्यक्ष धनंजय क्षीरसागर, डांबेवाडक्ष के युवा नेता महेश थोरवे आदि मान्यवर उपस्थित थे । सातेवाडी और परिसर के १०० से अधिक धर्मप्रेमी हिन्दुओं ने इस सभा का लाभ उठाया ।
उपस्थित मान्यवरों के हस्तों दीपप्रज्वलन कर सभा का आरंभ हुआ । इस सभा को सफल बनाने में सातेवाडी के भरत रोमन, निखिल रोमन और आर्यन बोटे ने विशेष परिश्रम उठाए । कार्यक्रम का सूत्रसंचालन कु. रविना शेंडे ने, तो विनायक ठिगळे ने आभार प्रदर्शन किया । श्री. दीपक डाफळे ने
धर्मप्रेमियों को हिन्दू राष्ट्र स्थापना की शपथ दिलाई ।
क्षणिकाएं
१. श्री. अशोक फडतरे ने साधकों के चाय, भोजन और बैठक व्यवस्था का प्रबंध किया ।
२. सामाजिक कार्यकर्त्री वैशाली पाटिल ने सभी की वक्ता श्रीमती रूपा महाडिक को सम्मानित किया ।
३. सभास्थल पर कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचारों की जानकारी देनेवाली ‘फैक्ट’ प्रदर्शनी लगाई गई थी ।
४. सभास्थल पर सनातननिर्मित ग्रंथों और क्रांतिकारियों की प्रदर्शनी लगाई गई थी ।