भाग्यनगर (तेलंगाना) में सहस्रार्जुन महाराज जयंती के उपलक्ष्य में एस्.एस्.के. समाज की भव्य शोभायात्रा में हिन्दू जनजागृति समिति का सहभाग
भाग्यनगर (तेलंगाना) – सहस्रार्जुन महाराजजी सोमवंशीय क्षत्रिय थे । उन्होंने अधर्मियों के नाश के लिए पृथ्वी पर अवतार धारण किया था । हम सभी उस महापुरुष के वंशज हैं । हम भी स्वयं में क्षात्रतेज निर्माण कर हिन्दू धर्म पर होनेवाले आघातों के विरोध में वैधानिक मार्ग से सामना करेंगे । इसके साथ ही सहस्रार्जुन महाराजजी के आशीर्वाद से सहस्रों हाथों से भारत को पुन: हिन्दू राष्ट्र बनाने का संकल्प करेंगे, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समिति के आंध्रप्रदेश एवं तेलंगाना राज्य समन्वयक श्री. चेतन गाडी ने किया । राजराजेश्वर सोमवंशी सहस्रार्जुन महाराजजी की जयंती के उपलक्ष्य में एस्.एस्.के. समाज की ओर से यहां के बेगम बाजार भाग में एक भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया था । वे इस शोभायात्रा को संबोधित करते समय बोल रहे थे ।
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श्री. गाडी आगे बोले, ‘‘सहस्रार्जुन महाराजजी पर स्वयं भगवान दत्तात्रेय ने प्रसन्न होकर ५ वरदान दिए थे । उनमें से एक आशीर्वाद था – सहस्र बाहू एवं शस्त्र ! इसलिए उन्हें सहस्रार्जुन नाम से संबोधित किया जाता है । वे मध्यप्रदेश के नर्मदा नदी के निकट महिष्मती भाग के अधिपति थे । उन्होंने १ सहस्र वर्ष तक राज्य किया । एक पुराणकथा के अनुसार वे साक्षात् भगवान श्रीविष्णु के सुदर्शनचक्र के अवतार थे ।’’