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१०८ अवैध मजारें जमींदोज, बाकी के लिए बुलडोजर तैयार’: गुजरात के गृह मंत्री ने याद दिलाया- कॉन्ग्रेस ने कैसे मंदिर से हटवाई थी मूर्तियाँ

गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने कहा है कि उनके राज्य में अब तक १०८ अवैध मजार जमींदोज कर गई हैं। उन्होंने जूनागढ़ के ऊपरकोट में बनाई गई अवैध मजारों के गिराए जाने की बात बताते हुए कहा- “हमारा बुलडोजर हर उस इमारत को गिराने के लिए तैयार है जो कि साजिशन बनाई गई है।”

गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने बुधवार (२१ फरवरी, २०२४) को गुजरात विधानसभा में यह बातें कही। वह गृह मंत्रालय द्वारा दिए गए बजट को लेकर गुजरात विधानसभा में हो रही चर्चा में हिस्सा ले रहे थे। इस दौरान उन्होंने पूर्ववर्ती सरकारों पर हमला भी बोला और अपनी सरकार के कामकाज के बारे में बताया।

उन्होंने कहा, “जो बिंदु MLA अमित शाह भाई के द्वारा यहाँ उठाया गया कि कॉन्ग्रेस के राज के दौरान अहमदाबाद के जमालपुर में एक जैन मंदिर से मूर्तियों को हटाया गया था। अब दादा (सीएम भूपेन्द्र पटेल) का बुलडोजर राज्य के हर कोने में घूम रहा है जिससे कोई भी मंदिर या देवस्थान साजिशन किसी जगह से हटाया ना सके। अब किसी को नहीं मालूम कि यह बुलडोजर कहाँ जाएगा।”

इसके बाद उन्होंने बताया कि राज्य में १०८ अवैध मजार को ढहाया गया है जो कि अतिक्रमण करके बनाई गई थीं। मंत्री हर्ष सांघवी ने बताया, “अब तक १०८ मजार राज्य में गिराई गई हैं और राज्य की संपत्तियों को मुक्त कराया गया है। सोमनाथ के पास किया गया अवैध कब्जा भी हटाया गया है। दादा का बुलडोजर २० फीट चौड़ी गली और ८० मीटर चौड़ी रोड में घुस सकता है।”

उन्होंने इस दौरान जूनागढ़ के ऊपरकोट किले में बनाई गई अवैध मजारों के गिराए जाने की बात भी की। मंत्री हर्ष सांघवी ने कहा, “कोई नहीं जानता कि ऊपरकोट में इतनी मजारें कहाँ से आ गईं। इतनी जल्दी यहाँ मजार कैसे बन सकती हैं।”

जूनागढ़ किले के पास से हटवाई गई थी अवैध मजारें

गौरतलब है कि मई २०२३ में राज्य सरकार जूनागढ़ के इस किले में सैकड़ों अवैध मजारों को जमींदोज कर दिया था। इस दौरान कुछ और इमारतें भी यहाँ गिराई गईं थीं। इस किले की सरकार ने ₹७४ करोड़ की लागत से मरम्मत भी करवाई थी। यहाँ मजारें गिराए जाने के दौरान मुस्लिमों ने प्रदर्शन भी किया था।

हर्ष सांघवी ने सदन को बताया कि राज्य में तेजी से अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह अभियान द्वारका से प्रारम्भ हुआ था और अब यह सूरत, जामनगर, पोरबंदर, सूरत, पावागढ़ और अहमदाबाद तक पहुँच चुका है। उन्होंने अपने भाषण के दौरान राज्य में नवरात्रि के दौरान रात भर गरबा को अनुमति दिए जाने की बात की और कहा- “अगर मेरे राज्य में लोग गरबा नहीं करेंगे तो क्या पाकिस्तान में करेंगे।”

स्त्रोत : आॅप इंडिया

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