भीलवाडा (राजस्थान) में भारत विकास परिषद की ओर से ‘गुरुवंदन विद्यार्थी अभिनंदन कार्यक्रम’का आयोजन
भीलवाडा (राजस्थान) – आजकल अधिकतर विद्यालयों में केवल व्यावहारिक जीवन के लिए आवश्यक ज्ञान दिया जाता है; परंतु आदर्श विद्या मंदिर में जीवन के लिए उपयोगी संस्कार भी सिखाए जाते हैं । अपनी मानसिक, बौद्धिक और व्यावहारिक प्रगति के साथ ही आध्यात्मिक प्रगति भी होना आवश्यक है । इसलिए विद्यार्थियों को अपनी सर्वांगीण प्रगति की जिज्ञासा सदैव जागृत रखनी चाहिए, ऐसे उद्गार हिन्दू जनजागृति समिति के मध्यप्रदेश और राजस्थान समन्वयक श्री. आनंद जाखोटिया ने किए ।
‘भारत विकास परिषद’के स्वामी विवेकानंद शाखा की ओर से यहां के आदर्श विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में आयोजित ‘गुरुवंदन विद्यार्थी अभिनंदन कार्यक्रम’में वे प्रमुख वक्ता के रूप में बोल रहे थे । इस अवसर पर राजस्थान मध्यप्रांत के भूतपूर्व अध्यक्ष श्री. पारसमल बोहरा ने भारत विकास परिषद की जानकारी दी । इस अवसर पर राजस्थान मध्य प्रांताध्यक्ष श्री. गोविंद प्रसाद सोडानी, राजस्थान मध्यप्रांत के भूतपूर्व अध्यक्ष श्री. कैलास अजमेरा, शाखाध्यक्ष श्री. बालमुकुंद दाड, शाखा सचिव श्री. गिरीश अग्रवाल और शाखा के वित्त सचिव श्री. भेरूलाल अजमेरा उपस्थित थे ।
श्री. जाखोटिया ने आगे कहा, ‘‘प्राचीन काल में गुरुकुलों में सर्वांगीण शिक्षा दी जाती थी । इसलिए जीवन की प्रतिकूल परिस्थिति से लडने का धैर्य विद्यार्थीदशा में ही मिल जाता था । हमारे यहां श्रीकृष्ण-अर्जुन, चंद्रगुप्त-चाणक्य जैसे अनेक गुरु-शिष्यों ने राष्ट्र की उन्नति के लिए कार्य किया है ।’’