‘अवैध जामा मस्जिद’ पर बुलडोजर कार्यवाही की मांग
भीलवाडा में MLA समेत सैकड़ों लोग धरने पर
नगर निगम का दो मस्जिदों को नोटिस
जहाजपुर में राम रेवाड़ी पर मस्जिद से पथराव से माहौल तनावपूर्ण हो गया। इस बीच जामा मस्जिद के सदर को नगर पालिका जहाजपुर की ओर से नोटिस जारी कर अगले 24 घंटों में स्वामित्व, निर्माण स्वीकृति तथा पट्टा संबंधी दस्तावेज पेश करने को कहा गया है। विधायक ने इसे अवैध बताते हुए बुलडोजर से इसे तोड़ने की बात तक कही थी। रात में नगर पालिका की ओर से बस स्टेंड के पास समुदाय विशेष की कुछ केबीनों को अतिक्रमण मानकर जेसीबी से हटवा दिया है। इस दौरान बाईपास के पास दो केबीनों को कुछ युवाओं द्वारा आग के हवाले कर दिया गया है।
शाहपुरा एसपी राजेश कांवट ने बताया कि 10 जनों को हिरासत में लिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। मामले का खुलासा जल्द किया जायेगा। उन्होंने बताया कि कस्बे के हालात तनावपूर्ण पर नियंत्रण में है। अतिरिक्त जाब्ता तैनात किया गया है।
हिंदुओ पर पथराव के बाद भीलवाड़ा में हिंदुओ का आक्रोश काम कर रहा है-
राजस्थान सरकार ने जामा मसjid को निर्माण के पेपर 24 घंटे में जमा करने को कहा है।
योगी जी के बुलडोज़र के बाद अब अवैध निर्माण पर “शिमला मॉडल” फेमस होता जा रहा है। pic.twitter.com/bGyre6rith
— Baliyan (@Baliyan_x) September 14, 2024
राम रेवाड़ियों की शोभायात्रा पर शनिवार दोपहर में जामा मस्जिद के बाहर अचानक पथराव हो गया। किले से आ रहे भगवान के बेवाण के ऊपर जैसे ही पथराव हुआ मौके पर अफरा तफरी का माहौल हो गया। घटना के तुरंत बाद आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर मौके पर ही बेवाण को रोक दिया गया। सूचना मिलने पर जहाजपुर विधायक गोपीचंद मीणा मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों के साथ ही धरने पर बैठ गए। इस दौरान शहर के सभी बाजार भी बंद हो गए। प्रदर्शनकारियों ने आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने की यहां मांग कर डाली।
भीलवाड़ा जहाजपुर मस्जिद से हिंदुओं के रामवेवाली जुलूस पर पत्थर बाजी अपडेट!
नगर पालिका जहाजपुर ने 24 घंटे मे…..पत्थर फेंकने वाली मज्जिद का पट्टा और कानूनी कागजात मांगे गए!
नहीं तो स्वाहा
बुलडोजर एक्शन होगा pic.twitter.com/c4ueHDao2Z
— 🇮🇳Jitendra pratap singh🇮🇳 (@jpsin1) September 15, 2024
सूचना मिलने पर शाहपुरा एसपी राजेश कुमार कांवत व एएसपी चंचल मिश्रा मय दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से समझाइश शुरू की। लगातार तीन बार वार्ताओं का दौर चला और देर रात को पुलिस द्वारा 10 आरोपियों को हिरासत में लेने व नगर पालिका प्रशासन द्वारा मौके से अवैध अतिक्रमण को हटाने के बाद मामला शांत हुआ। कस्बे में हालात अभी तनावपूर्ण बने हुए हैं। पुलिस लगातार नजर बनाए हुए हैं। जगह-जगह अतिरिक्त पुलिस जाता तैनात किया गया है।
रात में जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत, एसपी राजेश कांवट के साथ ही अजमेर के आईजी पुलिस ओमप्रकाश भी वहां पहुंच गये तथा हालात का जायजा लेकर कानून व्यवस्था बनाये रखने के निर्देश दिये है। विधायक गोपींचद मीणा ने देर रात सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर धरना समाप्त करने की बात की है। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के सारा प्रकरण संज्ञान में डाल दिया है। अब सीएमओं के निर्देशन में जिला प्रशासन कार्रवाई करेगा।
स्रोत : अमर उजाला