सोलापुर (महाराष्ट्र)– यहां १७ सितंबर को हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से श्रीगणेशमूर्ति विसर्जन अभियान का आयोजन किया गया था । समिति के कार्यकर्ताओं ने छत्रपति संभाजी महाराज तालाब पर हाथ में फलक लेकर ‘श्री गणेशमूर्ति का शास्त्रानुसार विसर्जन करें’ इस संदर्भ में प्रबोधन किया । इस अवसर पर सर्वश्री यश मुगड्याल, ओंकार येरला, किशोर जगताप, प्रवीण नराल, धनंजय बोकडे, सतीश कुंचपोर, बसवराज पाटील, श्रद्धा सगर, कमल केंभावी आदि अभियान में सम्मिलित हुए थे । विसर्जन के लिए आनेवाले भाविक फलक पढकर शास्त्र समझ रहे थे ।
महापालिका प्रशासन द्वारा जगह-जगह पर श्री गणेशमूर्ति विसर्जन से संबंधित फलक लगाए गए थे कि ‘श्री गणेशमूर्ति का विसर्जन तालाब में करना प्रतिबंधित है’ ! महापालिका द्वारा श्री गणेशमूर्ति कृत्रिम हौद के पानी में डुबाकर उसे खान में विसर्जन करने के लिए टेंपो से ले जा रहे थे । इसीप्रकार निर्माल्य एकत्र करने के लिए कचरे की गाडियों का उपयोग किया गया । विसर्जन के दिन छत्रपति संभाजी महाराज तालाब पर बडा पुलिस बंदोबस्त था । इससे परिसर पुलिस की छावनी समान दिखाई दे रहा था । (श्री गणेशमूर्ति का विसर्जन शास्त्रानुसार प्राकृतिक जलस्रोत में करना अपेक्षित है । शहर से एकत्र की गईं श्री गणेशमूर्तियों को खान में विसर्जन करते समय श्री गणेशमूर्तियों का अनादर होता है । ऐसी अनेक घटनाएं इससे पहले भी हुई हैं । ऐसा होते हुए भी बहते पानी में मूर्ति विसर्जन के लिए विरोध क्यों ? – संपादक)