Menu Close

प्रतिदिन राज्यभर से आने वाले हजारों वारकरों की पंढरपुर में लूट; 30-50 रुपये का रिक्शा किराया 150-200 रुपये तक

पंढरपुर समेत अन्य तीर्थक्षेत्रों में रिक्शा चालकों पर नियंत्रण रखने की ‘सुराज्य अभियान’ की परिवहन विभाग से मांग!

सोलापुर सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी विजय तिराणकर को ज्ञापन देते हुए दत्तात्रेय पिसे, किशोर पुकाळे और राजेंद्र पलनाटी

महाराष्ट्र समेत विभिन्न राज्यों से प्रतिदिन 25 से 30 हजार वारकरी, अन्य श्रद्धालु श्रीक्षेत्र पंढरपुर में श्री विठुमाऊली के दर्शन के लिए आते हैं। वारी के समय यह संख्या लाखों में पहुँच जाती है। इनमें से अधिकांश श्रद्धालु एस.टी. बस और ट्रेन से आते हैं। पंढरपुर में शहरी बस परिवहन न होने के कारण, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन से श्री विठ्ठल के दर्शन के लिए जाने-आने के लिए ‘रिक्शा’ ही एकमात्र विकल्प है। यहां रिक्शा का मीटर किराया बस स्टैंड से 30 रुपये और रेलवे स्टेशन से 50 रुपये होना चाहिए, लेकिन श्रद्धालुओं से 150 से 200 रुपये तक वसूले जाते हैं। आम वारकरों की हो रही इस खुली आर्थिक लूट को रोकने के लिए राज्य प्रादेशिक परिवहन विभाग से कार्यवाही की अपेक्षा है। इस गंभीर मामले पर ध्यान देते हुए पंढरपुर समेत अन्य तीर्थक्षेत्रों में हो रही श्रद्धालुओं की आर्थिक लूट को रोकने के लिए तत्काल उपाय करने की मांग सोलापुर हिंदू जनजागृति समिति के ‘सुराज्य अभियान’ के सोलापुर जिला समन्वयक श्री दत्तात्रेय पिसे ने सोलापूर के सहायक प्रादेशिक परिवहन अधिकारी श्री विजय तिराणकर से मुलाकात कर की। इस मौके पर श्री राजेंद्र पलनाटी और श्री किशोर पुकाले उपस्थित थे।

पंढरपुर बस स्टैंड से श्रीविठ्ठल मंदिर की दूरी डेढ किलोमीटर और पंढरपुर रेलवे स्टेशन से श्रीविठ्ठल मंदिर की दूरी दो किलोमीटर है। यहां रिक्शा चालक मीटर के अनुसार किराया नहीं लेते। कई बार वे नए श्रद्धालुओं को देखकर 150 से 200 रुपये तक किराया वसूलते हैं। अन्य विकल्प न होने के कारण श्रद्धालुओं को अधिक किराया देना पड़ता है। श्री पिसे ने कहा कि यदि रिक्शा चालक उचित किराया लें तो सभी को इसका लाभ होगा।

‘सुराज्य अभियान’ ने परिवहन विभाग को सुझाए उपाय!

इस संबंध में एक ज्ञापन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, परिवहन विभाग के सचिव, परिवहन आयुक्त, और सोलापुर के जिलाधिकारी को भी दिया गया है। इसमें सुझाए गए उपायों में श्री विठ्ठल-रुक्मिणी मंदिर मार्ग पर आने-जाने के रिक्शा किराए को निश्चित कर उसका दरफलक रिक्शा स्टैंड और मंदिर में लगाना, तय दर से अधिक किराया वसूलने वाले रिक्शा चालकों के विरुद्ध शिकायत करने हेतु ‘हेल्पलाइन नंबर’ फलक पर अंकित करना, परिवहन अधिकारियों द्वारा अचानक निरीक्षण कर अधिक किराया वसूलने वालों पर दंडात्मक कार्यवाही करना, श्रद्धालुओं के लिए नि:शुल्क या न्यूनतम दर पर वाहन व्यवस्था उपलब्ध कराना, और यह मामला केवल पंढरपुर तीर्थक्षेत्र तक सीमित नहीं बल्कि राज्य के सभी तीर्थक्षेत्रों में हो रहा है या नहीं, इसकी गहन जांच कर उचित कार्यवाही करना आवश्यक है। लाखों वारकरों की हो रही आर्थिक लूट को रोककर परिवहन विभाग विठुमाऊली की कृपा प्राप्त करे, ऐसा भी आवाहन श्री पिसे ने किया है।

Related News