सरकारी खजिने से मजहबी शिक्षा देनेवालों को वेतन देना क्या सही है ? महाराष्ट्र की सरकार से इस प्रकार का निर्णय अपेक्षित नही है ! – सम्पादक, हिन्दुजागृति
चुनाव से पहले महाराष्ट्र में मुस्लिम दांव खेला गया है। गुरुवार को महाराष्ट्र सरकार ने कैबिनेट की मीटिंग की। जिसमें 16 बड़े फैसले लिए गए। इसमें सबसे ज्यादा चर्चा मदरसों में शिक्षकों के वेतन में बढ़ोतरी की हो रही है। सरकार ने उनका वेतन बढ़ाने का निर्णय लिया है।
महाराष्ट्र कैबिनेट ने मदरसा शिक्षकों का वेतन बढ़ाने का लिया फैसला
डॉ. जाकिर हुसैन मदरसा आधुनिकीकरण योजना में राज्य के मदरसों में पारंपरिक, धार्मिक शिक्षा के साथ-साथ गणित, विज्ञान, समाजशास्त्र, हिंदी, मराठी, अंग्रेजी और उर्दू की शिक्षा देने के लिए टीचर्स की नियुक्ति की जाती है।… pic.twitter.com/f3jG7DICSA
— CNBC-AWAAZ (@CNBC_Awaaz) October 11, 2024
6 हजार से बढ़कर 16 हजार रुपये हो जाएगा वेतन
बता दें कि डॉ. जाकिर हुसैन मदरसा आधुनिकीकरण योजना में राज्य के मदरसों में पारंपरिक, धार्मिक शिक्षा के साथ-साथ गणित, विज्ञान, समाजशास्त्र, हिंदी, मराठी, अंग्रेजी और उर्दू की शिक्षा देने के लिए टीचर्स की नियुक्ति की जाती है। वर्तमान में डी. एड. शिक्षकों को 6 हजार रुपये वेतन दिया जाता है, इसे बढ़ाकर 16 हजार रुपये किया जाएगा। महाराष्ट्र सरकार के इस दांव को चुनाव से पहले बड़ा निर्णय माना जा रहा है। बता दें कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव नवंबर में कराए जा सकते हैं। इससे पहले एकनाथ शिंदे सरकार मतदाताओं को लुभाने में जुट गई है।
स्रोत : न्यूज 24