कोल्हापुर (महाराष्ट्र) – मंदिरों का सरकारीकरण होने से उसके अनेक दुष्परिणाम ध्यान में आ रहे हैं । कुछ मंदिरों की भूमि वक्फ कानून के अंतर्गत हडप ली जा रही है । मंदिरों पर होनेवाले आघातों के विरोध में कोई भी ठोस कृति करता हुआ दिखाई नहीं दे रहा । मंदिरों की भूमि हडपना के साथ ही विविध आघाताें के विरोध में लडने के लिए हिन्दुओं का दबावगट निर्माण करने का निर्धार महाराष्ट्र मंदिर महासंघ की बैठक में किया गया । लक्ष्मी-नारायण मंदिर में हुई इस बैठक के लिए कोल्हापुर शहर के साथ ही विविध मंदिरों के विश्वस्त, प्रतिनिधि भी उपस्थित थे । इस बैठक में हिन्दू धर्म एवं मंदिरों के लिए ‘मंदिर रक्षक’ के रूप में एकत्र आकर कृति करना निर्धारित किया है । इस बैठक के लिए महाराष्ट्र मंदिर महासंघ के सर्वश्री प्रमोद सावंत, प्रसाद कुलकर्णी, अभिजीत पाटील के साथ विविध मान्यवर उपस्थित थे ।
बैठक में सनातन संस्था की सद्गुरु स्वाती खाडये ने उपस्थितों का मार्गदर्शन किया । इस बैठक में महिने में एक बार मंदिर विश्वस्तों की बैठक लेना, मंदिरों में धर्मशिक्षा वर्ग आरंभ करना, सभी मंदिरों के विश्वस्तों का अपने-अपने तालुकाओं के भाग में मंदिर महासंघ की ओर से बैठक लेना, मंदिर के फलकों पर जागृति पर लेखन करना, ऐसे उपक्रम भी निर्धारित किए गए । इस प्रसंग में विविध विश्वस्तों ने भी अपना मनोगत व्यक्त किया ।
गीता मंदिर के अध्यक्ष जमनादास पटेल (आयु ८३ वर्ष) के घुटनों का शस्त्रकर्म हुआ था, फिर भी वे उपस्थित थे । लक्ष्मीनारायण मंदिर के राजेंद्र शर्मा ने बैठक के लिए मंदिर उपलब्ध करवाया था ।