छत्तीसगढ के बिलासपुर में एक चर्च का उद्धाटन कार्यक्रम हिंदू संगठनों के विरोध के बाद रद्द करना पड़ा है। कथित तौर पर जनजातीय समाज (ST) के लिए प्रार्थना घर बनाने के नाम पर चर्च का उद्घाटन किया जा रहा था। इसके अलावा राज्य के रायगढ़ में भी ईसाई धर्मांतरण को लेकर बवाल हुआ। यहाँ प्रार्थना सभा के नाम पर महिलाओं का धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश का आरोप है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बिलासपुर के रतनपुर स्थित जनजातीय बहुल गाँव बंगलाभाठा में मंगलवार (6 नवंबर 2024) को प्रार्थना घर के उद्घाटन नाम पर लोगों का जमावड़ा किया गया। इसमें महिलाएँ और बच्चे भी शामिल थे। कार्यक्रम में बिशप डायोसिस ऑफ छत्तीसगढ़ के सुषमा कुमार के साथ कॉन्ग्रेस विधायक अटल श्रीवास्तव मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित थे।
जब हिन्दू संगठनों को चर्च के उद्धाटन की जानकारी मिली तो वे भी मौके पर पहुँच गए। उद्घाटन का विरोध करते हुए उन्होंने हनुमान चालीसा का पाठ किया। बवाल के बाद आयोजकों को कार्यक्रम रद्द करना पड़ा। भाजपा नेता प्रबल प्रताप जूदेव ने कॉन्ग्रेस नेता पर धर्म परिवर्तन को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है।
हिंदू संगठनों के विरोध का नेतृत्व जूदेव ही कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस विधायक प्रार्थना सभा के नाम पर माता महामाई की धर्मनगरी को धर्मान्तरण नगरी बनाने पर तुले हुए हैं। उन्होंने प्रशासन पर भी जनजातीय समुदाय के धर्मान्तरण की साजिशों की अनदेखी का आरोप लगाया है।
सनातनी शेर प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने रतनपुर से धर्मांतरण के विरुद्ध फूंका बिगुल,
कहा-‘मां महामाई की नगरी रतनपुर को धर्मांतरण की नगरी नहीं बनने दूंगा’#StopConversion pic.twitter.com/3hEwLl8joX
— Sudarshan छत्तीसगढ़ (@SudarshanNewsCG) November 6, 2024
इस हंगामे का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मामले की सूचना मिलते ही फ़ौरन ही मौके पर पुलिस बल पहुंचा। पुलिस ने आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया। हालत तनावपूर्ण होता देख कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। वहीं रायगढ़ में धर्मांतरण पर हुए बवाल के बाद कॉन्ग्रेस के जिलाध्यक्ष अनिल शुक्ला ने कहा है कि राज्य में जब से बीजेपी की सत्ता आई है, धर्म परिवर्तन जैसे मामलों में इजाफा हुआ है।
स्रोत : ऑप इंडिया